होंडा कैसे बनी दिग्गज वाहन निर्माता? जानिए जापान की इस कंपनी का इतिहास
क्या है खबर?
जापान की ऑटोमोबाइल कंपनी होंडा वर्तमान में बेहतरीन वाहनों की बिक्री करती है। कंपनी इस समय डीजल, पेट्रोल कारों के साथ साथ बाइक्स और स्कूटर का भी निर्माण कर रही है। देश में होंडा की गाड़ियों की जबरदस्त मांग है।
इसकी शुरुआत 1948 में की गई थी। हालांकि, आपको जानकर हैरानी होगी की इससे पहले यह कंपनी बाइक्स के इंजन पिस्टन के लिए रिंग बनाती थी।
आइये आज इस दिग्गज कंपनी के इतिहास के बारे में जानते हैं।
स्थापना
1948 शुरू हुई थी होंडा मोटर कंपनी
होंडा मोटर कंपनी की स्थापना 24 सितंबर, 1948 में सोइचिरो होंडा ने की थी। 1948 इससे पहले सोइचिरो बाइक्स के इंजन के पिस्टन की रिंग बनाते थे। उन्हें बचपन से ही गाड़ियों का शौक था और वे अपने दोस्त के गैराज में रेसिंग कार बना रेस में हिस्सा भी लेते थे।
दूसरे विश्व युद्ध में दौरान उनकी फैक्ट्री पूरी तरह जल गई। हालांकि, सोइचिरो ने हार नहीं मानी और इसके बाद उन्होंने होंडा टेक्निकल रिसर्च इंस्टिट्यूट कंपनी की स्थापना की।
पहला उत्पाद
साइकिल में इंजन लगाकर बनाई थी पहली बाइक
युद्ध में हारने के बाद जापान की अर्थव्यवस्था बुरी तरह डगमगा गई थी। लोग पैदल या साइकल से चलने को मजबूर थे। इन समस्याओं को देखते हुए सोइचिरो ने एक छोटा इंजन बनाकर साइकिल से जोड़ दिया।
उनका यह कॉन्सेप्ट लोगों को पसंद आया और बाइक बिकने लगी। यहीं से सोइचिरो की सफलता शुरू हुई। 1949 में उन्होंने कंपनी का नाम 'होंडा टेक्निकल रिसर्च इंस्टिट्यूट' से बदलकर 'होंडा मोटर्स' रख दिया।
बिक्री
होंडा की पहली बाइक और कार
साल 1950 में होंडा कंपनी ने दो स्ट्रोक इंजन वाली पहली बाइक C-100 लॉन्च की। 1961 तक हर महीने कंपनी एक लाख मोटरसाइकिलों का उत्पादन करने लगी थी। 1969 में होंडा ने अपनी पहली सुपरबाइक CB750 लॉन्च की थी।
इस दौरान कंपनी गाड़ियां भी बनाने लगी और साल 1663 में पहली T360 ट्रक लॉन्च की। 1972 में लॉन्च हुई होंडा सिविक और 1975 में आयी एकॉर्ड ने इस कंपनी को पहचान दिलाई और इसे दिग्गज वाहन निर्माता बना दिया।
साझेदारी
कभी हीरो के साथ मिलकर बाइक बनाती थी होंडा
साल 1984 में होंडा ने भारत की दिग्गज दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प के साथ हाथ मिलाते हुए हीरो होंडा मोटर्स लिमिटेड की स्थापना की। कंपनी ने 13 अप्रैल 1985 को अपनी पहली बाइक हीरो होंडा CD 100 लॉन्च की।
दोनों कंपनियों ने साथ मिलकर हीरो होंडा स्प्लेंडर और स्प्लेंडर प्लस जैसी कई बेहतरीन बाइक्स भारत में बिक्री के लिए उतारीं।
करीब 27 सालों तक एक साथ काम करने के बाद 2011 में ये दोनों कंपनियां अलग हो गईं।
भारत
1998 में भारत में अपनी अपनी गाड़ी लाई होंडा
होंडा मोटर कंपनी ने साल 1998 में भारतीय बाजार में अपनी पहली गाड़ी होंडा सिटी लॉन्च की। कंपनी ने इसमें 1.3-लीटर और 1.5-लीटर इंजन का इस्तेमाल किया था। देश में इस मॉडल की करीब 59,378 यूनिट्स की बिक्री हुई थी।
इस गाड़ी के अलावा कंपनी की सिविक और अमेज सेडान कार भी ग्राहकों को खूब पसंद आईं। वर्तमान में कंपनी SUV भारत में लॉन्च करने वाली है। यह होंडा एलिवेट होगी, जिसे 6 जून को लॉन्च किया जाना है।
प्लांट
प्रतिवर्ष कितनी गाड़ियां बनाती है होंडा?
होंडा कंपनी का मुख्यालय जापान के टोक्यो शहर में है और कंपनी यहीं पर अपनी गाड़ियों का उत्पादन भी करती है। अब तक होंडा विश्वभर में करीब 3 करोड़ से भी अधिक गाड़ियों की बिक्री कर चुकी है।
भारतीय बाजार में कंपनी प्रति माह 10,000 से 11,000 गाड़ियों की बिक्री भी करती है। इस समय कंपनी देश में कंपनी के 4 कारखाने- मानेसर (हरियाणा), राजस्थान, कर्नाटक और गुजरात में हैं। कंपनी भारत में 20 लाख गाड़ियां बेच चुकी है।
लाइनअप
वर्तमान में इन गाड़ियों की बिक्री करती है कंपनी
वर्तमान में होंडा के लाइनअप में कई गाड़ियां शामिल हैं। कंपनी होंडा जैज, होंडा सिविक, एकॉर्ड, CR-V, HR-V और अमेज जैसी गाड़ियों की बिक्री करती है। हालांकि, भारत में कंपनी की केवल सिटी और अमेज ही बिक्री के लिए उपलब्ध है।
BS6 फेज-II मानकों के लागू होने से पहले होंडा ने अपने जैज और WR-V का उत्पादन बंद कर दिया था। इसके अलावा दोपहिया सेगमेंट में होंडा एक्टिवा कंपनी का सबसे ज्यादा बिकने वाला स्कूटर है।