
फोर्ड चेन्नई प्लांट में उत्पादन शुरू करने पर फिर करेगी विचार, जानिए क्या है वजह
क्या है खबर?
अमेरिका की ओर से भारत से आयातित सामानों पर टेरिफ बढ़ने से फोर्ड मोटर्स को भारत में गाड़ियों का उत्पादन करने की योजना पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। इससे उसकी निर्यात के लिए चेन्नई प्लांट में कारों बनाने की तैयारियों को अधूर-झूल में लटका दिया है। अपनी वैश्विक पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत अमेरिकी वाहन निर्माता ने 2021 में भारतीय बाजार से अपना कारोबार समेटते हुए उत्पादन बंद कर दिया था।
योजना
क्या थी पहले कंपनी की योजना?
फोर्ड के भारत में गुजरात के साणंद और चेन्नई में मराईमलाई में प्लांट थे, जिनमें से साणंद प्लांट टाटा मोटर्स को बेच दिया गया, जबकि चेन्नई प्लांट पर उसका अधिकार बरकरार है। पिछले साल उसने तमिलनाडु सरकार को एक आशय पत्र (LoI) सौंपा था। इसमें निर्यात बाजारों के लिए चेन्नई प्लांट में उत्पादन शुरू करने की योजना का खुलासा किया था, लेकिन ट्रंप प्रशासन की ओर से टेरिफ बढ़ाने के बाद कंपनी इस पर फिर से विचार कर रही है।
कारण
इस कारण योजना पर किया जा रहा पुनर्विचार
उत्पादन को बनाए रखने के लिए मुनाफा जरूरी है और कोई भी कंपनी अनिश्चितकाल तक घाटा नहीं झेल सकती। हालिया टैरिफ स्थिति के कारण फोर्ड के चेन्नई प्लांट की वित्तीय व्यवहार्यता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। जब उत्पादन फिर से शुरू करने की योजना घोषित की गई थी, तब टैरिफ नहीं लगा था। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक जल्द होने की उम्मीद है, जिसमें संभवतः फोर्ड के चेन्नई प्लांट के भविष्य का फैसला होगा।