क्या है दिल्ली की नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति, किसे मिलेगी 1.5 लाख रुपये तक की सब्सिडी?
दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों की नीति में कई बदलाव किये हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को नीति में बदलाव करते हुए कई अहम ऐलान किए ताकि इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा मिले। केजरीवाल ने एक प्रेसवार्ता में नीति की जानकारी देते हुए कहा कि इससे अर्थव्यवस्था को मजबूत मिलेगी और प्रदूषण भी कम होगा। तीन साल तक यह नीति लागू रहेगी, जिसके बाद इसकी समीक्षा होगी। आइए जानें क्या है दिल्ली इलेक्ट्रिक वाहन नीति।
क्या है उद्देश्य?
केजरीवाल ने बताया कि यह नीति तीन साल के लिए है। इसके बाद इसकी समीक्षा की जाएगी। इसके जरिए 2024 तक 25 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहन रजिस्टर कराने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही इससे नए-नए रोजगार के मौके भी पैदा होंगे। केजरीवाल ने यह भी कहा कि इस नीति का उद्देश्य दिल्ली को देश की इलेक्ट्रिक वाहन राजधानी बनाना है। इससे इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने में काफी मदद मिलेगी।
सरकार देगी 1.5 लाख रुपये तक की सब्सिडी
केजरीवाल ने बताया कि नई नीति के अनुसार नए इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वालों को सरकार सब्सिडी देगी। दो पहिया वाहन पर 30,000 रुपये और कार पर 1.5 लाख रुपये तक की सब्सिडी दी जाएगी। वहीं ई रिक्शा आदि पर भी 30,000 रुपये की सब्सिडी मिलेगी। इसके साथ ही पुराने वाहन बेचने पर भी सरकार छूट देगी। इतना ही नहीं इन वाहनों पर रोड़ टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस भी नहीं ली जाएगी।
बनाया जाएगा चार्जिंग स्टेशन नेटवर्क
राष्ट्रीय राजधानी में बहुत कम चार्जिंग स्टेशन का होना भी इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वालों के लिए एक बड़ी समस्या होती है। इससे निजात पाने के लिए अब दिल्ली में एक बहुत बड़ा चार्जिंग स्टेशन का नेटवर्क बनाया जाएगा। एक साल में 200 चार्जिंग स्टेशन बनाने का लक्ष्य है। केजरीवाल ने कहा कि हर 3KM के बाद एक चार्जिंग स्टेशन होगा। अगले पांच साल में दिल्ली में कम से कम पांच लाख नए इलेक्ट्रिक वाहन रजिस्टर किए जाएंगे।
PM10 और PM2.5 स्तर में आई कमी
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने प्रदूषण के स्तर को 25 प्रतिशत तक कम करने के लिए एक साथ काम किया है, लेकिन अभी और काम करना होगा। महामारी के दौरान देखा कि गया पार्टिकुलेट मैटर यानी PM10 और PM2.5 के स्तर में भारी कमी आई है। स्वच्छ हवा को महसूस किया जा सकता है। अब जब सब सामान्य जीवन की ओर बढ़ रहे हैं तो ऐसे विकास की आवश्यकता नहीं है, जिससे प्रदूषण होता है।
स्वच्छ दिल्ली का करें निर्माण
इसके साथ ही उन्होंने कहा अब सब एक साथ मिलकर भविष्य की एक ऐसी दिल्ली का निर्माण करें, जो स्वच्छ हवा वाली दिल्ली हो और जहां सभी आसानी से सांस ले सकें और यह नई नीति इसके लिए ही है।