#NewsBytesExplainer: गाड़ियों का एग्जॉस्ट सिस्टम क्या है और यह काम कैसे करता है?
आजकल ज्यादातर कंपनियां अपनी कारों को प्रीमियम बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा फीचर्स दे रही हैं। ड्राइविंग अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अब गाड़ियों में अलग-अलग तरह एग्जॉस्ट सिस्टम मिलते हैं। यह सिस्टम गाड़ियों के इंजन से गैस को निकालने का काम करते हैं। साथ ही आवाज को भी बेहतर बनाता है। आज कार गाइड में हम आपके लिए एग्जॉस्ट के बारे में जानकारी लाये हैं। आइये जानते हैं कि एग्जॉस्ट क्या हैं और कैसे काम करते हैं।
गाड़ियों में मिलने वाला एग्जॉस्ट क्या है?
वाहनों में मिलने वाला एग्जॉस्ट वह हिस्सा है, जो वाहन के इंजन से गैस और धुएं को बाहर निकालता है। किसी भी गाड़ी के इंजन के लिए उचित एग्जॉस्ट सिस्टम बहुत महत्वपूर्ण है। यह उत्सर्जन को कम करने में भी प्रमुख भूमिका निभाता है। साथ ही यह आपकी कार से निकलने वाले शोर को भी कम करता है। एग्जॉस्ट की मदद से ही आपकी गाड़ी में वाइब्रेशन कम होता है और यह सड़कों पर बेहतर परफॉर्म करती है।
एग्जॉस्ट में होते हैं ये पार्ट्स
एग्जॉस्ट के कई मुख्य पार्ट्स हैं- एग्जॉस्ट मैनिफोल्ड्स: यह एग्जॉस्ट सिस्टम का वह हिस्सा है, जो सीधे इंजन से जुड़ा होता है। यह गैसों को जमा करता है और उन्हें एक पाइप में भेजता है। ऑक्सीजन सेंसर: यह एग्जॉस्ट सिस्टम का दूसरा भाग है। इसे एग्जॉस्ट मैनिफोल्ड्स के बाद लगाया जाता है। यह एग्जॉस्ट गैस में ऑक्सीजन के स्तर की जांच करते हैं। पाइप: पाइप अन्य भागों के बीच जोड़ने वाली कड़ी के रूप में कार्य करता है।
ये पार्ट्स भी होते हैं अहम
कैटेलिटिक कनवर्टर: यह एग्जॉस्ट से नाइट्रोजन ऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी हानिकारक गैसों को हटाने का काम करते हैं। साइलेंसर: साइलेंसर लगभग हर वाहनों में मौजूद होता है। यह गाड़ी से निकलने वाले शोर को काफी हद तक कम करता है। रेसोनेटर: रेसोनेटर लग्जरी या स्पोर्ट्स गाड़ियों के एग्जॉस्ट सिस्टम में लगा होता है, जो गाड़ी की आवाज को बेहतर बनाता है। टेलपाइप: जैसा कि नाम से पता चलता है टेलपाइप किसी भी एग्जॉस्ट सिस्टम का अंतिम भाग है।
कैसे काम करते हैं एग्जॉस्ट सिस्टम?
इंजन में फ्यूल जलने के बाद जो गैस निकलती है उन्हें मैनिफोल्ड्स जमा कर लेता है। यह इंजन के हर हिस्से से निकलने वाली गैस को अपने अंदर जमा करता है। इसके बाद इन गैस को पाइप की मदद से कैटेलिटिक कन्वर्टर के पास भेजा जाता है, जहां से हानिकारक गैसों को हटाने का काम किया जाता है। इसके बाद यहां से गैस साइलेंसर से होते हुए टेलपाइप से बाहर निकल जाती है।
कितने तरह के होते हैं एग्जॉस्ट सिस्टम?
वाहनों में इस्तेमाल होने वाले एग्जॉस्ट सिस्टम मुख्य रूप से 5 तरह के होते हैं। 1- सिंगल एग्जॉस्ट पाइप:- सिंगल एग्जॉस्ट पाइप वाला एग्जॉस्ट सिस्टम सबसे लोकप्रिय एग्जॉस्ट में से एक है। इसमें केवल एक पाइप का इस्तेमाल होता है और सारे पार्ट्स इसी में लगाए जाते हैं। 2- ऑपोसिट ड्यूल रियर एग्जॉस्ट पाइप: इस पीछे की तरफ 2 एग्जॉस्ट पाइप लगे होते हैं। जिन वाहनों से अधिक वजन ले जाया जाता है, उनमें इसी एग्जॉस्ट का इस्तेमाल होता है।
ये भी हैं एग्जॉस्ट के प्रकार
ड्यूल एग्जॉस्ट पाइप: इनका इस्तेमाल ज्यादातर स्पोर्ट्स कारों में किया जाता है। हालांकि, कुछ लोग अपने वाहनों को प्रीमियम लुक देने के लिए इसे बाहर से भी लगवाते हैं। इसका डिजाइन सिंगल एग्जॉस्ट पाइप के समान है, लेकिन इसमें पीछे 2 टेलपाइप लगी होती हैं। ड्यूल साइड एग्जॉस्ट सिस्टम: इसमें एग्जॉस्ट के लिए 2 पाइप लगी होती हैं। सिंगल एग्जॉस्ट पाइप के विपरीत ये दोनों पाइप अधिक प्रभावी ढंग से गैस को बाहर निकालने का काम करती हैं।
हाई-परफॉर्मेंस एग्जॉस्ट सिस्टम
हाई-परफॉर्मेंस एग्जॉस्ट सिस्टम स्टैंडर्ड एग्जॉस्ट सिस्टम की तुलना में अधिक महंगे होते हैं, जिससे इंजन से हानिकारक गैसों को फ़िल्टर करने में अधिक आसानी होती हैं। इसके अलावा शक्तिशाली गुर्राने वाली आवाज निकलती है। सुपरकार में इसका इस्तेमाल होता है।
कुछ गाड़ियों में क्यों लगे होते हैं 2 एग्जॉस्ट?
देश में कई गाड़ियां 2 एग्जॉस्ट के साथ भी आती है। बता दें कि अधिकांश लग्जरी गाड़ियों में 2 एग्जॉस्ट देखने को मिलते हैं। इन गाड़ियों में पावरफुल इंजन होता है, जिसमें अधिक फ्यूल जलता है और गैस भी अधिक मात्रा में निकलती हैं। 2 एग्जॉस्ट लगाने से इंजन में मौजूद गैसें आसानी से बाहर निकल जाती हैं और इससे इंजन पर बैक प्रेशर नहीं पड़ता, जिससे इंजन की परफॉर्मेंस बढ़ जाती है।