कारों में आगे वाली पैसेंजर सीट के लिए एयरबैग होगा अनिवार्य, जल्द आएगा नियम
सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए आजकल ज्यादातर लोग नई कार खरीदते समय उसमें दिए गए सेफ्टी फीचर्स पर ध्यान देते हैं। लोग इसकी जानकारी लेते हैं कि दुर्घटना के समय वह कार किस प्रकार उनकी सुरक्षा करेगी। ग्राहकों के साथ-साथ सरकार भी उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नए-नए नियम लागू करती है। अब सरकार सभी कारों में आगे की पैसेंजर सीट के लिए एयरबैग अनिवार्य कर सकती है।
ड्राइवर के पास वाली सीट के लिए अनिवार्य होगा यह नियम
बता दें कि जल्द ही सरकार कार में ड्राइवर सीट के साथ-साथ उसके पास वाली पैसेंजर सीट के लिए एयरबैग की सुविधा को अनिवार्य करने जा रही सकती है। जानकारी के लिए बता दें कि जुलाई, 2019 में सभी कारों की ड्राइवर सीट के लिए एयरबैग होना अनिवार्य किया गया था ताकि सड़क दुर्घटनाओं के समय ड्राइवर्स की जान को खतरा न हो। इसके बाद अब उसके पास वाली पैसेंजर सीट के लिए भी यह नियम लागू होगा।
सरकार ने जारी किया ड्राफ्ट नोटिफिकेशन
बता दें कि शीर्ष तकनीकी समिति ने इस प्रस्ताव को आगे बढ़ा दिया है और सरकार ने सेफ्टी फीचर्स से जुड़े मानकों में संशोधन के लिए एक ड्राफ्ट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, सड़क परिवहन मंत्रालय नए मापदंड को लागू करने के लिए समय सीमा निर्धारित करने पर काम कर रहा है। नए नियम का पालन करने के लिेए कंपनियों को एक साल का समय दिया जाएगा।
लागत की परवाह किए बिना अधिक से अधिक सुरक्षा सुविधाएं दें- अधिकारी
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, एक अधिकारी का कहना है कि दुनिया भर में इस बात पर सहमति जताई जाती है कि दुर्घटनाग्रस्त होने पर वाहनों में मौजूद यात्रियों की सुरक्षा के लिए उनमें ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं होनी चाहिए। सरकार ने सभी ऑटो कंपनियों को यह भी स्पष्ट किया है कि उन्हें लागत की परवाह नहीं करनी चाहिए और किसी भी हालत में सुरक्षा सुविधाओं से कोई समझौता नहीं करना चाहिए।
अभी तक पैसेंजर सीट के एयरबैग के लिए नियम नहीं
कम लागत वाली कारों में स्पीड अलर्ट, रिवर्स पार्किंग सेंसर्स और सीट बेल्ट रिमाइंडर जैसे फीचर्स दिए जाते हैं, लेकिन उनमें फ्रंट पैसेंजर सीट के लिए एयरबैग नहीं होता है। अभी तक इसे लेकर कोई अनिवार्य नियम भी लागू नहीं किया गया है। अब नए नियम के आने से ड्राइवर के साथ-साथ पैसेंजर सीट के लिए भी अनिवार्य रुप से एयरबैग दिया जाएगा। इससे दुर्घटना होने पर ड्राइवर के साथ-साथ यात्री भी सुरक्षित रहेंगे।
कैसे काम करते हैं एयरबैग्स?
दुर्घटना के समय जब कोई कार किसी भी चीज से टकराती है तब टकराने की स्पीड के अनुसार ही कार का एयरबैग खुलता है। कार के किसी चीज से टकराने पर एक्सिलेरोमीटर सर्किट एक्टिवेट हो जाता है और एक इलेक्ट्रिकल करंट भेजता है। इससे आगे लगा हुआ सेंसर एयरबैग को सिग्नल देता है। इसके बाद एक सेकेंड से भी कम समय में लगभग 320 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से एयरबैग फूलकर यात्रियों के सामने आ जाता है।