कोरोना वायरस से राहत की उम्मीद दूर, कई देशों में फिर बढ़ने लगे मामले
दुनिया के अधिकतर हिस्से इन दिनों लॉकडाउन से बाहर आ रहे हैं। इसके साथ-साथ कोरोना वायरस का संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है। दुनियाभर में महामारी के नए मामलों में हो रहे इजाफे को देखते हुए जानकार मान रहे हैं कि इस वायरस का प्रकोप फिलहाल थमने वाला नहीं है। आंकड़ों से पता चलता है कि लैटिन अमेरिका और एशियाई देशों में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड नए मामले सामने आ रहे हैं।
जर्मनी, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया में फिर आने लगे मामले
भारत, ब्राजील और मैक्सिको जैसे देशों में अभी पीक आना बाकी है और ये देश नए मरीजों की संख्या को नियंत्रित करने की जद्दोजहद में लगे हैं। वहीं जर्मनी, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश, जिन्होंने संक्रमण पर कुछ हद तक काबू पा लिया था, उनमें फिर से नए मामले सामने आना शुरू हो गए हैं। इससे जाहिर होता है कि लॉकडाउन हटने के बाद लोगों के बाहर निकलने से हालात एक बार फिर बिगड़ सकते हैं।
अमेरिका में फिर उभर आए कलस्टर
अमेरिका के कई राज्यों में फिर से कलस्टर उभर आए है। दक्षिण स्थित राज्यों में हालातों को देखते हुए नए नियमों की जरूरत महसूस की जा रही है। जैसे ही इन राज्यों में लोगों की आवाजाही शुरू हुई है, रोजाना रिकॉर्ड संख्या में मामले सामने आने शुरू हो गए हैं। बता दें, अमेरिका दुनिया में कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, यहां अब तक 23.47 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं।
जर्मनी के एक इलाके में फिर लगा लॉकडाउन
जर्मनी के नॉर्थ राइन-वेस्टफेलिया प्रांत में एक मांस फैक्ट्री के आसपास के इलाके में दोबारा लॉकडाउन लगाया गया है। फैक्ट्री में काम करने वाले 1,553 कामगारों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। CNN के मुताबिक, प्रांत के प्रधानमंत्री ने मंगलवार को कहा कि फैक्ट्री वाला ग्यूटरस्लोह जिला पूरी तरह लॉकडाउन में रहेगा। यहां रहने वाले लगभग 3.60 लाख लोग अगले एक सप्ताह तक लॉकडाउन के कारण अपने घरों से बाहर नहीं निकल पाएंगे।
जर्मनी में रिप्रोडक्शन रेट लगभग 3 के पास
ताजा प्रकोप से जर्मनी में कोरोना की रिप्रोडक्शन रेट (R) बढ़कर 2.88 हो गई है। यानी यहां 100 संक्रमित व्यक्ति संपर्क में आने वाले 288 अन्य लोगों तक संक्रमण फैला रहे हैं। जर्मनी रिप्रोडक्शन रेट कम कर 1 से नीचे लाने की कोशि में है।
दक्षिण कोरिया में दस्तक दे रही दूसरी लहर
दक्षिण कोरिया ने अभी तक कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में दूनिया के सामने मिसाल पेश की है। हालांकि, यहां भी अब संक्रमण की दूसरी लहर दस्तक दे रही है। डिसीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन सेंटर के निदेशक ने बताया कि दक्षिण कोरिया में पहली लहर अप्रैल में खत्म हो गई थी। उस समय रोजाना मिलने वाले मामले घटकर 10 तक पहुंच गए थे। मई अंत में एक बार फिर इनकी संख्या बढ़ी और रोजाना 30-60 नए मरीज मिल रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया में फिर लागू की गई कुछ पाबंदियां
ऑस्ट्रेलिया में भी पिछले कुछ दिनों से नए मामलों की संख्या बढ़ी है। इसे देखते हुए हुए यहां के विक्टोरिया प्रांत में प्रशासन ने कई पाबंदियां लागू कर दी है। विक्टोरिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रोफेसर ब्रेड सटन ने बताया, "पिछले सात दिनों में यहां 120 नए मामले आए हैं। अधिकतर मामले परिवारों के जरिये आए हैं। लोग सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई और घरों में सीमित संख्या में लोगों को बुलाने के नियम नहीं मान रहे हैं।"
ब्राजील में रोजाना मिल रहे 20,000 से ज्यादा मामले
दूसरी तरफ ब्राजील, मैक्सिको और भारत में अलग स्थिति है। ये तीनों देश अभी तक संक्रमण की रफ्तार पर नियंत्रण नहीं लगा पाए हैं और यहां मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ब्राजील की बात करें तो यहां रोजाना 20,000 से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं और 1,000 से ज्यादा मौतें हो रही हैं। 11.45 लाख संक्रमितों और 52,645 मौतों के साथ यह अमेरिका के बाद दूसरा सबसे प्रभावित देश है।
ब्राजील की तरह भारत में भी बढ़ रहे मामले
ब्राजील जैसा ही हाल भारत में है। बीते आठ दिनों में यहां 1,00,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। बीते दिन देश में 15,968 नए मरीज मिले, जो एक दिन में मिले नए मामलों की सबसे बड़ी संख्या है। इसके साथ ही देश में कोरना वायरस के कुल 4,56,183 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 14,476 मरीजों की मौत हुई है। संंक्रमितों की संख्या में मामले में भारत चौथे और मृतकों के मामले में आठवें स्थान पर है।