प्रधानमंत्री मोदी के दौरे पर बांग्लादेश में हिंसा, इस्लामी समूह के सदस्यों का मंदिरों-ट्रेनों पर हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दो दिवसीय बांग्लादेश दौरा खत्म होने के बाद वहां हिंसा भड़क उठी है। प्रधानमंत्री मोदी के स्वदेश लौटने के बाद एक कट्टरपंथी इस्लामी समूह के सदस्यों ने रविवार को हिंदू मंदिर और यात्री ट्रेनों पर हमला बोल दिया। इसके अलावा कई जगह आगजनी की घटनाओं को भी अंजाम दिया है। इन घटनाओं में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य घायल हो गए। प्रभावित इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात है।
कट्टरपंथी इस्लामी समूह ने किया प्रधानमंत्री के दौरे का विरोध
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को बांग्लादेश के दो दिवसीय दौर के लिए ढाका पहुंचे थे। उनके इस दौरे का बांग्लादेश के एक कट्टरपंथी इस्लामी समूह ने विरोध किया था। उस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई थी। पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस और रबर की गोलियां का इस्तेमाल करना पड़ा था। इस घटना में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी। इससे प्रदर्शनकारियों में गुस्सा था।
प्रदर्शनकारियों के गुस्से ने रविवार को लिया हिंसा का रूप
प्रधानमंत्री मोदी के रविवार को स्वदेश लौटने के बाद कट्टरपंथी इस्लामी समूह के प्रदर्शनकारियों के गुस्से के हिंसा का रूप ले लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पूर्वी बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों और ट्रेनों पर हमला कर दिया। इसके अलावा कई जगह आगजनी की घटनाओं को भी अंजाम दिया। इसमें अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी तरह दर्जनों लोग घायल हो गए। पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा है।
हिजाफज-ए-इस्लाम समूह ने किया ट्रेन पर हमला
रायटर्स के अनुसार एक पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि रविवार को हिजाफज-ए-इस्लाम समूह ने पूर्वी जिले ब्रह्मनबरिया में एक ट्रेन पर हमला किया, जिससे दस लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन के इंजन और बोगियों को भी नुकसान पहुंचाया है। इसी तरह पत्रकार जावेद रहीम ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी कार्यालयों को आग लगा दी और हिंदू मंदिरों पर भी हमला कर तोड़फोड़ की।
समूह ने प्रेस क्लब पर भी किया हमला
पत्रकार रहीम ने रायटर्स से कहा, "हम अत्यधिक भय में हैं और वास्तव में असहाय महसूस कर रहे हैं। यहां तक कि प्रदर्शनकारियों ने प्रेस क्लब पर हमला किया गया था, जिसमें प्रेस क्लब अध्यक्ष सहित कई पत्रकार घायल हो गए।" एक डॉक्टर ने बताया कि हिंसा में शनिवार को ब्रह्मनबरिया जिले में घायल हुए एक सुरक्षाकर्मी ने रविवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इसी तरह प्रदर्शनकारियों ने दो बसों को भी आग के हवाले कर दिया।
प्रदर्शनकारियों ने सड़के जाम कर पुलिस पर किया पथराव
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि समूह के समर्थकों ने सड़कों पर बिजली के खंभे, लकड़ी और मिट्टी के कट्टे डालकर जाम कर दिया। इसके अलावा पर पुलिस पर जमकर पथराव भी किया। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियों का इस्तेमाल किया। इस कार्रवाई में नारायणगंज में दर्जनों प्रदर्शनकारी घायल हो गए। प्रभावित इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
भाइयों का खून नहीं जाने देंगे व्यर्थ- हक
हिजाफज-ए-इस्लाम समूह के सचिव अजीजुल हक ने एक रैली में कहा, "पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनक कर रहे हमारे समर्थकों पर गोलियां चलाईं हैं। इसमें कई घायल हो गए और कुछ की मौत हो गई। हम अपने भाइयों के खून को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।"
राजनीतिक संबंधों की मजबूती के लिए बांग्लादेश गए थे मोदी
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी शेख मुजीबुर रहमान के जन्मशताब्दी समारोह और बांग्लादेश की आजादी के 50 साल पूरे होने पर अपने राजनीतिक संबंधों को मजबूती देने के लिए शुक्रवार को राजधानी ढाका पहुंचे थे। इस दौरे पर भारत ने बांग्लादेश को कोरोना वायरस वैक्सीन की 12 लाख खुराकें भी दी थी। दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि इस यात्रा के जरिए दोनों पड़ोसी देशों की बीच राजनीतिक संबंधों में और मजबूती आएगी।