अमेरिका: अपने अनुयायियों को सेक्स गुलाम बनाकर रैकेट चलता था "गुरु", मिली 120 साल की सजा
अमेरिका में खुद को गुरु कहने वाले एक व्यक्ति को अपने अनुयायियों को सेक्स गुलाम बनाकर रैकेट और संप्रदाय चलाने के मामले में दोषी पाया गया है। न्यूयॉर्क कोर्ट ने आरोपी गुरु को 120 साल की जेल की सजा सुनाई है। ऐसे में अब आरोपी को पूरी जिंदगी जेल की चार दीवारी में काटनी पड़ेगी। यह अमेरिका में इस तरह के अपराध और सजा का पहला मामला है। इस मामले की अब पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है।
अमीर और प्रभावशाली महिला अनुयायियों के साथ जबरन संबंध बनाता था आरोपी
NDTV के अनुसार आरोपी स्वयंभू गुरु केनेथ रेनेर (60) है। वह Nxivm नाम का एक सेल्फ हेल्प संगठन चलाता है और उसका प्रमुख है। इस संगठन की आड़ में रेनेर अमीर और प्रभावशाली महिला अनुयायियों को अपनी ओर आकर्षित करता था और उससे जबरन शारीरिक संबंध बना था। वह पांच दिनों के सेल्फ हेल्प कोर्स के लिए अनुयायियों से 5,000 डॉलर यानी करीब 3,71,000 रुपये देता था, लेकिन अधिकतर अनुयायियों का आर्थिक और यौन शोषण करता था।
अनुयायियों को खुद के नियम मानने के लिए मजबूर करता था आरोपी
आरोपी रेनेर ने इसी सेल्फ हेल्प संगठन में से एक अलग संगठन DOS बनाया था। वह इसके शीर्ष पद पर था। इस संगठन में रेनेर को छोड़कर बाकी सभी सदस्य महिलाएं थी। संगठन में उसने पिरामिड टाइप का स्ट्रक्चर बना रखा था, जिसमें महिलाएं गुलाम और ग्रैंड मास्टर थी। इसके अलावा वह अपनी महिला अनुयायियों को खुद के बनाए गए नियम और प्रतिबंधित खानपान (हरावल) का उपयोग करने के लिए मजबूर करता था।
महिला अनुयायियों से जानवरों जैस बर्ताव करता था आरोपी
आरोपी रेनेर सैक्स गुलाम बनाकर उनसे जबरन संबंध बनाता था और दूसरों के पास जाने के लिए मजबूर करता था। वह निजी जानकारी और अंतरंग फोटो दिखाकर अनुयायियों को ब्लैकमेल करता था। कई महिलाओं को जानवरों की तरह रखा जाता था। बता दें कि कोर्ट ने जून 2019 में ही आरोपी को सात ऐसे मामलों में दोषी पाया था। उसे सेक्स रैक्ट चलाने, सेक्स ट्रैफिकिंग, उगाही, आपराधिक षडयंत्र मामले में सजा सुनाई गई है।
13 पीड़ित महिलाओं ने कोर्ट में दर्ज कराए बयान
आरोपी ने 15 वर्षीय नाबालिग का भी यौन शोषण किया था। पीड़िता ने मंगलवार को कोर्ट में कहा कि जब वह नाबालिग थी तो रेनेर ने उसकी अस्मत लूट ली थी। रेनेर के खिलाफ कुल 15 लोगों ने ब्रुकलिन कोर्ट में बयान दर्ज कराए हैं। इनमें 13 पीड़ित महिलाएं हैं। इसी तरह 90 से ज्यादा पीड़ितों ने जस्टिस निकोलस ग्राफुइस को चिट्ठी लिखकर अपनी दास्ता बताई। बता दें कि रेनेर ने साल 1998 में Nxivm की स्थापना की थी।
आरोपी ने कोर्ट में जताया खेद
सजा सुनाए जाने के बाद आरोपी रेनेर ने कोर्ट में कहा कि वह पीड़िताओं द्वारा लगाए गए क्रोध और पीड़ा के आरोपों पर गहरा खेद जताते हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया। उसने कहा कि उसे आरोपों का कोई पछतावा नहीं हैं, क्यों वह सही नहीं है। इसी तरह मामले में पांच अन्य लोगों पर भी आरोप लगाए गए थे और कोर्ट ने सभी आरोपियों को दोषी करार दिया है। सभी आरोपियों को भी लंबी सजा सुनाई गई है।
कोर्ट ने अमेरिकी अभिनेत्री एलीसन मैक को पिछले महीने सुनाई थी सजा
बता दें कि इस मामले में जर्मनी में जन्मी अमेरिकी अभिनेत्री एलीसन मैक को रेनेर के संगठन को 100 मिलियन डॉलर वित्तीय सहायता पहुंचाने के आरोप में पिछले महीने छह महीने की सजा सुनाई थी। उन्हें अपराध में भागीदार माना गया था।
अभियोजन पक्ष ने रेनेर को बताया अपराधों का बादशाह
रेनेर को सजा सुनाए जाने के बाद अभियोजक रिचर्ड डोनॉग्यू ने कहा कि रेनेर ने सामजिक संगठन के नाम पर खुद को प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में चित्रित किया था, लेकिन उसके अपराधों को देखते हुए वह बहुत ही खराब इंसान और अपराधों का बादशाह निकला। उन्होंने कोर्ट से उसे आजीवन कारावास की सजा देने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने उससे कहीं अधिक सजा सुनाई है। रेनेर को आखिरकार अपने कर्मों का फल मिल गया।