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डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ बड़े सौदे का संकेत दिया, 9 जुलाई से पहले संभव
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ बड़े समझौते का संकेत दिया

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ बड़े सौदे का संकेत दिया, 9 जुलाई से पहले संभव

लेखन गजेंद्र
Jun 27, 2025
09:50 am

क्या है खबर?

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में आयोजित 'बिग ब्यूटीफुल बिल' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत के साथ एक बड़े सौदे के संकेत दिए हैं। उन्होंने चीन के साथ व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए कहा कि वह बहुत जल्द ही भारत के साथ भी बहुत बड़ा सौदा करने जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका हर दूसरे देश के साथ व्यापार समझौता नहीं करेगा।

बयान

भारत के साथ व्यापार को लेकर ट्रंप ने क्या कहा?

ट्रंप ने कार्यक्रम में कहा, "हमने अभी चीन के साथ (व्यापार समझौते पर) हस्ताक्षर किए हैं। हम हर किसी के साथ सौदे नहीं करने जा रहे हैं, लेकिन हम कुछ बेहतरीन सौदे कर रहे हैं। हम एक सौदा करने जा रहे हैं, शायद भारत के साथ, एक बहुत बड़ा सौदा। हम भारत को खोलने जा रहे हैं। चीन सौदे में, हम चीन को खोलना शुरू कर रहे हैं। ऐसी चीजें जो वास्तव में कभी नहीं हो सकती थीं।"

बयान

कुछ लोगों को पत्र भेजकर धन्यवाद कहेंगे- ट्रंप

ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका हर किसी के साथ सौदा नहीं करने जा रहा है, बस कुछ लोगों को एक पत्र भेजकर बहुत-बहुत धन्यवाद कहा जाएगा और उनको 25, 35, 45 प्रतिशत का भुगतान करना होगा। उन्होंने कहा कि यह आसान तरीका है, और मेरे लोग इस तरह से नहीं करना चाहते हैं। वे कुछ सौदे करना चाहते हैं, लेकिन वे मुझसे ज्यादा सौदे करना चाहते हैं। ट्रंप ने इस टिप्पणी में किसी देश का नाम नहीं लिया।

समझौता

9 जुलाई तक हो सकता है समझौता

वाणिज्य विभाग में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल को अमेरिका के साथ व्यापार समझौते के लिए मुख्य वार्ताकार बनाया गया है, जिनके नेतृत्व में एक भारतीय दल वाशिंगटन पहुंचा है, जहां अमेरिकी समकक्षों से अगले दौर की वार्ता होगी। इनकी पहले भी 4 दिवसीय वार्ता हो चुकी है, जिसमें औद्योगिक, कृषि उत्पाद, टैरिफ कटौती पर बात हुई थी। दोनों देश 9 जुलाई से पहले समझौता कर सकते हैं क्योंकि ट्रंप प्रशासन ने उच्च टैरिफ को 9 जुलाई तक निलंबित किया है।

व्यापार

अमेरिका और भारत के बीच व्यापार

ट्रंप ने 2 अप्रैल को भारतीय वस्तुओं पर 26 प्रतिशत का अतिरिक्त पारस्परिक टैरिफ लगाया था, लेकिन बाद में इसे 90 दिन के लिए स्थगित किया गया। हालांकि, 10 प्रतिशत बेसलाइन टैरिफ लागू है। भारत 26 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ से पूरी छूट चाहता है। दोनों देश प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौता (BTA) की पहले चरण की बातचीत सितंबर-अक्टूबर तक पूरी करना चाहते हैं, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 19,100 करोड़ डॉलर से 50,000 करोड़ डॉलर करना चाहते हैं।

मांग

अमेरिका और भारत एक-दूसरे से क्या चाहते हैं

अमेरिका भारत के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौते में कुछ औद्योगिक वस्तुओं, इलेक्ट्रिक वाहनों, वाइन, पेट्रोकेमिकल उत्पादों, डेयरी और कृषि उत्पादों जैसे सेब, वृक्ष गिरी, आनुवंशिक रूप से संशोधित फसलों पर शुल्क रियायत चाहता है। भारत कपड़ा, रत्न, आभूषण, चमड़ा का सामान, परिधान, प्लास्टिक, रसायन, झींगा, तिलहन, अंगूर, केले जैसे श्रम-प्रधान क्षेत्रों के लिए रियायत चाहता है। भारत अमेरिका को कृषि-डेयरी क्षेत्र में शुल्क रियायत नहीं देना चाहता क्योंकि डेयरी किसी भी मुक्त व्यापार समझौते में नहीं खोला गया है।