जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग पर लंदन में मुकदमा शुरू, जानें मामला
स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ लंदन में गुरुवार को एक मुकदमा शुरू हुआ। उनके खिलाफ ये मुकदमा एक विरोध-प्रदर्शन को लेकर है। ये प्रदर्शन पिछले साल एक गैस और तेल सम्मेलन के बाहर किया गया था। थनबर्ग के साथ 19 से 59 वर्ष की आयु के 4 अन्य आरोपियों को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया गया। उन्होंने सार्वजनिक आदेश अधिनियम के तहत एक भी अपराध के लिए दोषी नहीं होने की बात कही।
17 अक्टूबर को गिरफ्तार की गई थीं थनबर्ग
21 वर्षीय ग्रेटा 17 अक्टूबर, 2023 को केंद्रीय लंदन में प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार हुई थीं। जमानत पर रिहा होने के बाद उन्होंने अगले दिन फिर सम्मेलन के सामने सैकड़ों लोगों के साथ प्रदर्शन किया था। पांचों पर आरोप है कि उन्होंने सम्मेलन के निकट प्रतिबंधित क्षेत्र में विरोध कर पुलिस अधिकारियों द्वारा लगाई गई शर्तों का उल्लंघन किया। उन पर मुकदमा बिना जूरी के एक न्यायाधीश चला रहे हैं। दोषी मिलने पर उनको 2.62 लाख रुपये जुर्माना भरना होगा।
कौन हैं ग्रेटा थनबर्ग?
स्वीडन की नागरिक ग्रेटा थनबर्ग 16 साल से भी कम उम्र से जलवायु परिवर्तन के खिलाफ आवाज उठाती आ रही हैं। वर्ष 2015 से हर शुक्रवार स्कूल जाने की बजाय वह स्वीडन की संसद के सामने जलवायु परिवर्तन पर ठोस कार्रवाई के लिए प्रदर्शन करती हैं। वह इस मुद्दे पर 'स्कूल स्ट्राइक' का चेहरा बनकर उभरी हैं। उनको 2019 में नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया जा चुका है। उनके संयुक्त राष्ट्र में दिए भाषण चर्चित रहे हैं।