सर्बिया की संसद में सांसदों ने क्यों छोड़े आंसू गैस और धुएं के गोले? जानिए कारण
क्या है खबर?
सर्बिया की संसद में मंगलवार को तब आराजकता भरा माहौल हो गया, जब विपक्षी सांसदों ने सदन के अंदर आंसू गैंस और धुएं के गोले छोड़ दिए।
इस दौरान ऐसी अफरा-तफरी मची कि एक सांसद को स्ट्रोक पड़ गया, जिससे उनको अस्पताल ले जाना पड़ा। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
सर्बियाई राजनीति में ऐसा क्या हुआ, जिसकी वजह से विपक्षी सांसदों ने सदन के अंदर आंसू गैस और धुएं के गोले छोड़ दिए? आइए, जानते हैं।
संसद
पहले जानिए, कल संसद में क्या हुआ था?
सर्बिया में मंगलवार को बसंत सत्र शुरू हुआ था, जिसमें सर्बियाई प्रगतिशील पार्टी (SNS) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन ने एजेंडे को मंजूरी दी, जिससे विपक्षी सांसद नाराज हो गए। वे एजेंडे के मुद्दों से नाराज थे।
इसके बाद वे अपनी सीटों से उठकर अध्यक्ष की ओर दौड़े और सुरक्षा गार्डों से मारपीट करने लगे। तभी कुछ अन्य लोगों ने धुंआ छोड़ने वाले ग्रेनेड फेंके और मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किया।
तभी SNS पार्टी की जैस्मिना ओब्राडोविक को स्ट्रोक आया।
ट्विटर पोस्ट
संसद में आराजकता का माहौल
#Serbia 🇷🇸: another crazy day in the parliament as opposition lawmakers lit fireworks in protests of #Vucic's corrupt government. pic.twitter.com/gzGWMPQ9yc
— Thomas van Linge (@ThomasVLinge) March 4, 2025
कारण
संसद में इस आराजकता का कारण क्या है?
सर्बिया में पिछले काफी समय से बड़े विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसका गुस्सा मंगलवार संसद में दिखा।
पिछले साल नवंबर में नोवी साद शहर में एक नव-पुनर्निर्मित रेलवे स्टेशन की छत गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई थी। इससे लोग प्रदर्शन कर रहे थे।
दूसरी तरफ छात्र आंदोलन करके विश्वविद्यालयों के लिए धनराशि बढ़ाने संबंधी कानून बनाने की मांग कर रहे थे। इस आंदोलन में शिक्षक, किसान और अन्य श्रमिक भी शामिल हो गए हैं।
भ्रष्टाचार
देश में भ्रष्टाचार को लेकर भी नाराजगी
सर्बिया में पिछले कुछ सालों से चल रही आंतरिक उथल-पुथल और भ्रष्टाचार के लिए राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुसिक के एक दशक के कार्यकाल को दोषी ठहरा रहे हैं।
देश की राजधानी बेलग्रेड के साथ-साथ अन्य शहरों में हुए विरोध प्रदर्शनों के कारण प्रधानमंत्री मिलोस वुसेविक और 2 अन्य मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ा है। उन पर भ्रष्टाचार का आरोप है।
संसद सत्र के दौरान भी स्टेशन में मारे गए लोगों के लिए लोग परिसर के बाहर मौन प्रदर्शन कर रहे थे।