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डोनाल्ड ट्रंप के परमाणु परीक्षण वाले दावे पर पाकिस्तान बोला- हम संयम बरतने के लिए प्रतिबद्ध
पाकिस्तान ने अमेरिकी राष्ट्रपति के परमाणु परीक्षणों से जुड़े दावे पर प्रतिक्रिया दी है

डोनाल्ड ट्रंप के परमाणु परीक्षण वाले दावे पर पाकिस्तान बोला- हम संयम बरतने के लिए प्रतिबद्ध

लेखन आबिद खान
Nov 05, 2025
11:07 am

क्या है खबर?

हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि पाकिस्तान गुप्त रूप से परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहा है। अब इस दावे पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया आई है। पाकिस्तान ने अमेरिकी राष्ट्रपति के दावे को खारिज करते हुए कहा कि परमाणु परीक्षण करने वाला पहला देश नहीं है और न ही उन्हें दोबारा शुरू करने वाला पहला देश होगा। एक वरिष्ठ पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारी ने CBS न्यूज से ये बात कही।

बयान

ट्रंप के दावों पर पाकिस्तान ने क्या कहा?

एक पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारी ने कहा, "हमने परीक्षण पर एकतरफा रोक लगा रखी है और संयम बरतने के लिए प्रतिबद्ध है, भले ही हमने व्यापक परीक्षण प्रतिबंध संधि (CTBT) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। पाकिस्तान परमाणु परीक्षण करने वाला पहला देश नहीं था और इसे फिर से शुरू करने वाला पहला देश भी नहीं होगा।" पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भी कहा, "CTBT संधि पर हस्ताक्षर नहीं करने के बावजूद पाकिस्तान इसके उद्देश्यों और प्रयोजनों का समर्थन करता रहा है।"

ट्रंप का बयान

ट्रंप ने गुपचुप परमाणु परीक्षण का आरोप लगाया था

ट्रंप ने एक साक्षात्कार में कहा था कि अमेरिका परमाणु परीक्षण करेगा, क्योंकि पाकिस्तान, रूस, चीन और उत्तर कोरिया सहित अन्य देश भी परमाणु परीक्षण करते रहते हैं। उन्होंने कहा था, "रूस परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहा है और चीन भी उनका परीक्षण कर रहा है। आपको बस इसकी जानकारी नहीं है। हम भी परीक्षण करेंगे, क्योंकि वे करते हैं। निश्चित रूप से उत्तर कोरिया भी परीक्षण कर रहा है, पाकिस्तान भी कर रहा है।"

चीन

चीन ने भी खारिज किया था ट्रंप का दावा

ट्रंप के बयान को सबसे पहले चीन ने खारिज किया था। चीन ने स्पष्ट किया था कि वो अपनी 'आत्मरक्षात्मक परमाणु रणनीति' को लेकर प्रतिबद्ध है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने एक बयान में कहा था, "चीन हमेशा परमाणु परीक्षण स्थगित करने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहा है। हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वो वैश्विक परमाणु अप्रसार व्यवस्था को बनाए रखने में सहयोग करे।"

परीक्षण

अमेरिका ने 1992 में किया था आखिरी परमाणु परीक्षण

अमेरिका ने आखिरी बार साल 1992 में परमाणु हथियारों का परीक्षण किया था। यह नेवादा में जमीन के नीचे किया गया था। वहीं, पाकिस्तान ने आखिरी परमाणु परीक्षण 1998 में किया था। रूस और चीन दोनों ने किसी भी गुप्त परमाणु परीक्षण से इनकार किया है। उत्तर कोरिया को छोड़कर ज्यादातर देशों ने दशकों से परमाणु परीक्षण नहीं किए हैं। जानकारों का कहना है कि ट्रंप ऐसे परीक्षण शुरू करने की घोषणा कर परमाणु हथियारों को बढ़ावा दे रहे हैं।

प्लस

न्यूजबाइट्स प्लस

स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के अनुसार, जनवरी 2025 तक दुनिया के 9 देशों के पास कुल 12,402 परमाणु हथियार हैं। रूस के पास सबसे ज्यादा 5,459 परमाणु हथियार हैं। उसके बाद अमेरिका के पास 5,177 और चीन के पास 600 परमाणु हथियार हैं। हाल ही में रूस ने कुछ नई परमाणु हथियार प्रणालियों का परीक्षण किया है, जिसके चलते ही ट्रंप परमाणु परीक्षण करने का ऐलान कर चुके हैं। भारत के पास 172 परमाणु हथियार हैं।