
पाकिस्तान: HIV पीड़ित डॉक्टर ने 500 से ज्यादा लोगों को लगाई HIV संक्रमित सुई
क्या है खबर?
पाकिस्तान के लरकाना जिले में 500 से ज्यादा लोग HIV (ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस) पॉजिटिव पाए गए हैं।
सिंध प्रांत के एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के प्रमुख सिकंदर मेमन ने बताया कि अभी तक इस जिले में 13,800 लोगों की जांच की गई है, जिसमें 410 बच्चे और 100 व्यस्कों को HIV पीड़ित पाया गया है।
इन मामलों की शुरुआत पिछले महीने से हुई है। पूरे पाकिस्तान में HIV के 23 हजार से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं।
आशंका
HIV पॉजीटिव डॉक्टर ने फैलाया संक्रमण
अधिकारियों ने बताया कि HIV के मामले फैलने के पीछे एक स्थानीय डॉक्टर मुजफ्फर घंघरू का हाथ है।
मुजफ्फर खुद HIV पीड़ित था और उसने अपने मरीजों को भी संक्रमित सुईयों की मदद से पीड़ित बना दिया।
ऐसे कई मामले सामने आने के बाद घंघरू को इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस यह पता लगा रही है कि उनसे जानबूझकर यह काम किया था या अनजाने में उससे गलती हुई है।
लरकाना
बेनजीर भुट्टो का गृह जिला था लरकाना
सिंध प्रांत का लरकाना जिला पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो का गृह जिला है।
पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री रहीं भुट्टो की 2007 में रावलपिंडी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
बेनजीर के पिता जुल्फिकार अली भुट्टो भी 1970 के दशक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे थे।
सैन्य तानाशाह जनरल जिया उल हक ने उन्हें फांसी पर लटकवा दिया था।
AIDS
HIV से होता है AIDS
एक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिन्ड्रोम (AIDS) एक ऐसी बीमारी है जो ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) की वजह से होती है।
संक्रमण होने के तुरंत बाद यह एक फ्लू जैसी बीमारी होती है। इस दौरान फ्लू बहुत ही हल्का होता है, जिसकी तरफ लोगों का ध्यान नहीं जाता है।
धीरे-धीरे यह वायरस लोगों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम कर देता है। जब रोग-प्रतिरोधक क्षमता एकदम कम हो जाती है तो वह संक्रमण को रोक नहीं पाती। इस स्थिति को AIDS कहा जाता है।
AIDS
HIV को AIDS तक पहुंचने में लगता है लंबा समय
HIV को AIDS तक पहुंचने में आठ से नौ साल का समय लगता है।
AIDS हो जाने के बाद अगर व्यक्ति को एंटी-रेट्रो वायरल उपचार नहीं दिया जाए तो 12-18 महीनों में उसकी मौत हो सकती है, लेकिन अगर इलाज चलता है तो व्यक्ति लम्बे समय तक जीवित रह सकता है।
इसका इन्फ़ेक्शन कभी ख़त्म नहीं होता, इस वजह से व्यक्ति को जीवनभर दवा लेनी पड़ती है।
इन्फेक्शन की शुरुआत में व्यक्ति सामान्य महसूस करता है।
संक्रमण
इन वजहों से फैलता है HIV संक्रमण
HIV का वायरस व्यक्ति के शरीर में मुख्य रूप से चार वजहों से प्रवेश करता है।
संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन सम्बंध बनाने से वायरस दूसरे व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है।
संक्रमित व्यक्ति का ख़ून असंक्रमित व्यक्ति को चढ़ाने से भी वायरस फैलता है।
गर्भवती महिला से प्रसव या स्तनपान के दौरान उसके बच्चे में वायरस फैल सकता है।
संक्रमित सुई के इस्तेमाल से भी वायरस एक शरीर से दूसरे शरीर में प्रवेश कर जाता है।
बचाव के उपाय
HIV संक्रमण से बचने के उपाय
HIV के संक्रमण से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।
किसी के साथ शारीरिक सम्बंध बनाएं तो कॉन्डोम का इस्तेमाल ज़रूर करें।
नशीली दवाओं के इस्तेमाल और दुरुपयोग से बचें।
भूलकर भी इस्तेमाल की गई सुई से इंजेक्शन न लगवाएं।
संक्रमित ख़ून चढ़ाने से बचें।
अगर गर्भवती महिला को HIV है तो समय-समय पर डॉक्टर से सलाह लेते रहे, जिससे पैदा होने वाले बच्चे को इसके संक्रमण से बचाया जा सकता है।
भ्रम
HIV/AIDS को लेकर फैलाये गए कुछ भ्रम
HIV के वायरस को लेकर लोगों में कई अफवाहें भी फैली हुई हैं। ये अफवाहें सच के करीब पहुंच चुकी है।
कई लोग यह सोचते हैं कि HIV संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क जैसे हाथ मिलाने, किस करने, संक्रमित व्यक्ति की चीजे इस्तेमाल करने, सार्वजनिक शौचालयों का इस्तेमाल करने, मच्छर या किसी कीड़े के काटने से संक्रमण फैलता है।
सच्चाई यह है कि इनमें से किसी वजह से HIV नहीं फैलता। इसलिए संक्रमित व्यक्ति से भेदभाव न करें।