जासूसी कांड: NSO ग्रुप ने कई सरकारों और एजेंसियों को पेगासस के इस्तेमाल से रोका
क्या है खबर?
इजरायली कंपनी NSO ग्रुप ने अपने कई ग्राहकों को पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल करने से अस्थायी तौर पर रोक दिया है। कंपनी फिलहाल इसके संभावित दुरुपयोग के आरोपों की जांच में जुटी है।
इस फैसले को इजरायल सरकार द्वारा कंपनी पर की गई छापेमारी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इजरायली एजेंसियां कंपनी के स्पाईवेयर के कथित दुरुपयोग से जुड़ी जानकारी जुटा रही हैं।
आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
पृष्ठभूमि
पेगासस जासूसी कांड को लेकर मचा है हंगामा
NSO ग्रुप इजरायल की एक साइबर सुरक्षा कंपनी है, जो सर्विलांस टेक्नोलॉजी बनाती है।
कंपनी का दावा है कि वह केवल संप्रभु सरकारों को ही अपना स्पाईवेयर बेचती है और उनकी आतंकवाद और जुर्म से लड़ने में मदद करती है।
इसी महीने 'पेगासस प्रोजेक्ट' के नाम से कई रिपोर्ट्स सामने आई थीं, जिनमें बताया गया कि इस स्पाईवेयर से भारत समेत कई देशों के नेताओं, अधिकारियों, पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की फोन के जरिये जासूसी की गई थी।
जानकारी
कई ग्राहकों को लेकर चल रही है जांच- सूत्र
अमेरिकी मीडिया आउटलेट NPR के अनुसार, NSO ग्रुप ने कहा है कि 'पेगासस प्रोजेक्ट' की जांच के बाद अपने ग्राहकों को इस स्पाईवेयर की आपूर्ति नहीं कर रही है।
कंपनी से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि कई ग्राहकों को लेकर जांच चल रही है और उनमें से कुछ को अस्थायी तौर पर ब्लॉक किया गया है।
सूत्र ने उन सरकारी एजेंसियों या सरकारों के नाम उजागर नहीं किए हैं, जिन्हें कंपनी ने ब्लॉक किया है।
NSO ग्रुप
40 देशों में कंपनी के 60 ग्राहक
कंपनी का कहना है कि 40 देशों में उसके 60 ग्राहक हैं। इनमें खुफिया एजेंसियां, सेना और कानून लागू करवाने वाली एजेंसियां शामिल हैं।
पेगासस जासूसी कांड की रिपोर्ट सामने आने से पहले NSO ग्रुप ने पेगासस स्पाईवेयर का दुरुपयोग करने के सबूत मिलने के बाद पांच सरकारी एजेंसियों को ब्लॉक किया था।
वॉशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि ब्लॉक की गई एजेंसियों में सऊदी अरब, दुबई और मेक्सिको की एजेंसियां शामिल थीं।
जांच
कंपनी पर लगे आरोपों की जांच कर रहा इजरायल
बीते बुधवार को इजरायल के रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जानकारी दी गई कि कई एजेंसियों के अधिकारी तेल अवीव स्थित कंपनी के कार्यालय में गए हैं और उस पर लगाए गए आरोपों की जांच कर रहे हैं।
दूसरी तरफ NSO ने पेगासस के दुरुपयोग के आरोपों का खंडन करते हुए जांच अधिकारियों के आने की पुष्टि की। कंपनी ने कहा कि वह पारदर्शिता के साथ इजरायली एजेंसियों का सहयोग कर रही है।
पेगासस जासूसी कांड
फ्रांस ने की पेगासस के जरिये जासूसी की पुष्टि
फ्रांस की राष्ट्रीय साइबर सिक्योरिटी एजेंसी ANSSI ने पुष्टि की है कि दो फ्रांसीसी पत्रकारों- लीनेग ब्रेडॉक्स और एड्वी प्लेनेल के फोन की पेगासस के जरिये जासूसी हुई थी। ये दोनों मीडियापार्ट के लिए काम करते हैं।
इन दोनों का नाम उस 50,000 नंबरों वाले उस डाटाबेस में था, जिसके आधार पर इस जासूसी कांड का खुलासा हुआ था।
यह पहली बार है, जब किसी सरकारी एजेंसी ने पेगासस स्पाईवेयर के जरिये जासूसी की पुष्टि की है।