कुवैत: इमारत में भीषण आग लगने से 41 लोगों की मौत, अधिकतर भारतीय
मध्य पूर्वी देश कुवैत के दक्षिण मंगाफ जिले में स्थित श्रमिकों की 6 मंजिला आवासीय इमारत में बुधवार सुबह भीषण आग लग गई। हादसे में 41 लोगों की जलकर मौत हुई है। आग एक कमरे में लगी थी, जिसने पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। इसमें फंसने से कई लोगों की मौत हुई। मृतकों में अधिकतर भारतीय शामिल हैं, लेकिन अभी आधिकारिक संख्या सामने नहीं आई है। इनमें केरल, तमिलनाडु और उत्तर भारत के मजदूर शामिल हैं।
कुवैत में लगी भीषण आग
इमारत के मालिक के खिलाफ कार्रवाई के आदेश
मनोरमा के मुताबिक, आग इमारत के निचले तल पर स्थित रसोई घर में लगी थी। इसके बाद धीरे-धीरे सभी तलों पर पहुंच गई। इमारत के मालिक मलयाली व्यवसायिक केजी अब्राहम बताए जा रहे हैं। उपप्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबा ने घटनास्थल का दौरा कर रियल एस्टेट मालिकों पर नाराजगी जताई। इमारत के मालिक के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि लापरवाही के कारण ही यह घटना हुई।
अस्पतालों में 30 से अधिक मजदूर भर्ती
कुवैत में भारतीय दूतावास की ओर से बताया गया कि यहां के अलग-अलग अस्पतालों में 30 से अधिक मजदूर घायल अवस्था में भर्ती हैं, जिनमें से कई का इलाज करके घर भेज दिया गया है। घायलों को हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। भारतीय दूतावास की ओर से सहायता नंबर (+965-65505246) भी जारी किया गया है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह मामले पर नजर रखे है।
इमारत में थे 196 से अधिक मजदूर
कुवैत टाइम्स की ओर से बताया गया कि 6 मंजिला इमारत में 196 मजदूर रहते थे। सभी निर्माण और सेवा उद्योगों के काम में लगे हुए थे। कुवैत में अग्निशमन विभाग के अधिकारी ने बताया कि निचले तल पर अधिकतर की मौत दम घुटने की वजह से हुई है। कुछ शवों की पहचान हो गई है। कुवैत सरकार के मंत्रियों ने भी अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल लिया। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
2009 में भी हुई थी आग की बड़ी घटना
कुवैत में 2009 में एक बड़ी आग की घटना हुई थी, जिसमें कई बच्चों और महिला समेत 57 लोग मारे गए थे। घटना एक कुवैत की महिला की वजह से हुई थी, जिसने शादी समारोह में आग लगाई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, जब समारोह में लोग जश्न मना रहे थे, तब नुसरा अल-एनेजी ने टेंट पर पेट्रोल से आग लगा दी। वह अपने पति द्वारा दूसरी शादी किए जाने से नाराज थी। 2017 में नुसरा को फांसी दी गई थी।