जेडी वेंस ने पत्नी ऊषा पर नस्लवादी टिप्पणी करने वालों को दिया जवाब, जानिए क्या कहा
क्या है खबर?
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पत्नी ऊषा वेंस पर की गई टिप्पणियों के लिए धुर दक्षिणपंथी राजनीतिक टिप्पणीकार निक फुएंतेस और व्हाइट हाउस की पूर्व प्रेस सचिव जेन साकी पर तीखा हमला बोला है। वेंस ने अपने आवास पर अनहर्ड को दिए साक्षात्कार में कहा, "मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं। जो कोई भी मेरी पत्नी पर हमला करता है, चाहे उसका नाम जेन साकी हो या निक फुएंतेस, वह भाड़ में जाए।" आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा।
बचाव
वेंस ने नस्लवाद की निंदा करते हुए पत्नी की विरासत का बचाव किया
वेंस ने फुएंतेस और साकी की टिप्पणियों की निंदा करते हुए कहा कि नस्लवाद गलत है और लोगों का मूल्यांकन उनके कार्यों के आधार पर किया जाना चाहिए, न कि उनकी नस्ल या जातीयता के आधार पर। बता दें कि फुएंतेस ने उषा के खिलाफ बार-बार नस्लवादी गालियों का इस्तेमाल किया है और वेंस को उनसे शादी करने के लिए 'नस्ल का गद्दार' करार दिया था। उन्होंने वेंस द्वारा बेटे के नाम विवेक रखने पर भी ऐतराज जताया था।
टिप्पणी
साकी ने क्या की थी ऊषा पर टिप्पणी?
इससे पहले अक्टूबर में साकी ने भी 'आई हैव हैड इट' नामक पॉडकास्ट में उषा को लेकर कहा था कि शायद उन्हें अपने पति से बचाने की जरूरत है। उन्होंने कहा था, "क्या आप ठीक हैं? कृपया 4 बार पलकें झपकाएं, हम इधर आ जाएंगे। हम आपको बचा लेंगे।" बता दें कि ऊषा के खिलाफ ये टिप्पणियां वेंस के उस बयान के बाद आई, जिसमें उन्होंने ऊषा के एक दिन ईसाई धर्म से प्रभावित होने की बात कही थी।
आलोचना
श्वेत लोगों के साथ भेदभाव करने वाली नीतियों के आलोचक हैं वेंस
वेंस का दावा है कि पिछले 5-10 वर्षों में कई राजनीतिक नेताओं ने ऐसी नीतियों का समर्थन किया है जो कॉलेज में दाखिले और नौकरियों में श्वेत लोगों के खिलाफ भेदभाव को बढ़ावा देती हैं या उसे प्रोत्साहित करती हैं। उन्होंने दावा किया कि पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन की नीतियों ने उनके बच्चों को प्रभावित किया है, जो मिश्रित नस्ल के हैं। उन्होंने नस्लवाद को बुरा मानने वालों से फ्यूंटेस पर ध्यान देने की अपील भी की है।
आलोचना
वेंस ने की 'अमेरिकी विरासत' की अवधारणा की आलोचना
वेंस ने वंशानुगत अमेरिकी अवधारणा की भी आलोचना की है, जो वंश और वंशावली के आधार पर अमेरिकी होने की परिभाषा तय करती है। उन्होंने कहा कि वंश पर यह जोर अमेरिकी आदर्शों से दूर ले जाता है। रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने भी इस धारणा को चुनौती देते हुए इस बात पर जोर दिया कि अमेरिकी होना वंश या वंशावली से नहीं, बल्कि मूल्यों और आदर्शों से निर्धारित होता है।