
साइबर हमलों से बचने के लिए ईरान ने देश में इंटरनेट किया बंद
क्या है खबर?
ईरान-इजरायल संघर्ष काफी बढ़ गया है, जिसके कारण ईरान अब साइबर सुरक्षा को लेकर और बड़े कदम उठा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने अपने नागरिकों की इंटरनेट तक पहुंच सीमित करनी शुरू कर दी है और वह जल्द ही खुद को वैश्विक इंटरनेट से पूरी तरह अलग करने की तैयारी में है।
ईरान सरकार ने इसे अस्थायी और नियंत्रित फैसला बताया है, ताकि साइबर हमलों से बचा जा सके।
खतरा
इसलिए उठाया इंटरनेट सीमित करने का कदम
ईरान का दावा है कि इजरायल उसकी डिजिटल व्यवस्था को निशाना बना सकता है, इसलिए इंटरनेट की पहुंच सीमित की जा रही है।
सरकार को आशंका है कि विदेशी हैकर, खासकर इजरायल से जुड़े साइबर ग्रुप, देश की संचार व्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इंटरनेट की रफ्तार घटाने और सेवाएं बंद करने का उद्देश्य संभावित साइबर हमलों को रोकना है। सरकार मानती है कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
अपील
व्हाट्सऐप और टेलीग्राम को हटाने की अपील
ईरानी सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे व्हाट्सऐप को फोन से हटा दें।
उनका कहना है कि इस ऐप का इस्तेमाल इजराइलील जासूसी के लिए कर सकता है, हालांकि इसका कोई ठोस सबूत नहीं दिया गया। व्हाट्सऐप ने इन आरोपों को गलत बताया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि टेलीग्राम ऐप को भी ईरान में ब्लॉक कर दिया गया है। ये कदम साइबर खतरे को रोकने के नाम पर उठाए जा रहे हैं।
आशंका
दूसरे देशों पर असर की आशंका
नेटब्लॉक्स के मुताबिक, मंगलवार शाम 05:30 बजे से ईरान का इंटरनेट ट्रैफिक काफी कम हो गया।
सरकार का कहना है कि नागरिक अब केवल सरकारी इंटरनेट नेटवर्क इस्तेमाल कर पाएंगे, वो भी कम स्पीड पर। इस बीच, इजरायल पर साइबर हमले 700 प्रतिशत बढ़ गए हैं, जिनके पीछे ईरान का हाथ बताया जा रहा है।
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अमेरिका युद्ध में शामिल हुआ तो वहां की कंपनियों पर भी साइबर हमले हो सकते हैं।