
अमेरिका के हमले के बाद ईरान के पूर्व क्राउन प्रिंस ने मांगा खामेनेई का इस्तीफा
क्या है खबर?
अमेरिका की ओर से ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर किए गए हवाई हमले के लिए निर्वासित क्राउन प्रिंस रेजा शाह पहलवी ने इस्लामिक रिपब्लिक की परमाणु महत्वाकांक्षाओं और नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने इसके लिए ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के इस्तीफे की मांग की है और कहा कि शांति ही इस शासन का एकमात्र निश्चित रास्ता और अंत है। उन्होंने कहा कि खामेनेई का आतंकवादी शासन राष्ट्र को असफल बना चुका है।
बयान
पहलवी ने क्या दिया बयान?
ईरान के पूर्व क्राउन प्रिंस पहलवी ने अमेरिका के हमला करने के बाद एक्स पर लिखा, 'ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमले इस्लामिक रिपब्लिक की परमाणु हथियारों की विनाशकारी खोज का परिणाम है, जिसने ईरानी जनता के हितों को ताक पर रख दिया। खामेनेई और उनका ढहता हुआ आतंकवादी शासन राष्ट्र को असफल कर चुका है।' उन्होंने खामेनेई से भूमिगत बंकर से जवाबी कार्रवाई पर विचार करने के बजाय जनता के हित में इस्तीफा देने की अपील की है।
रास्ता
खामेनेई शासन का अंत ही है अंतिम रास्ता
पहलवी ने आगे लिखा, 'खामेनेई के इस्तीफे से गौरवशाली ईरानी राष्ट्र इस्लामिक रिपब्लिक के विनाशकारी दौर को पीछे छोड़कर शांति, समृद्धि और महानता का नया अध्याय शुरू कर सकेगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि देश में शांति बहाल करने का एकमात्र निश्चित तरीका ये है कि इस व्यवस्था (खामेनेई शासन) का अंत हो जाए। बता दें कि इससे पहले पहलवी ने खामेनेई के बंकर में छिपने के बाद उन्हें डरा हुआ चूहा करार दिया था।
पृष्ठभूमि
अमेरिका ने किया 3 परमाणु ठिकानों पर हमला
अमेरिका ने ईरान और इजरायल संघर्ष में कूदते हुए ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया। इन ठिकानों में नतांज, फोर्दो और इस्फहान शामिल है। हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमलों से तीनों परमाणु सुविधाओं बर्बाद हो गई हैं। अब ईरान को शांति कायम करनी चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करता है, तो उस पर और बड़े हमले किए जाएंगे। इधर, ईरान ने हमले में मामूली नुकसान की बात कही है।