भारतीय निवेशकों द्वारा ग्रीस में संपत्ति खरीदने के मामले में हुई वृद्धि
भारतीय निवेशकों द्वारा ग्रीस में संपत्ति खरीदने के मामले में वृद्धि दर्ज हुई है। मनीकॉन्ट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रीस में जुलाई-अगस्त के बीच भारतीय निवेशकों द्वारा संपत्ति की खरीद में 37 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। ग्रीस ने गोल्डन वीजा नियम में बदलाव किया है, जिससे खरीदार स्थाई निवास हासिल करने के लिए तेजी से संपत्ति खरीद रहें। नए नियम 1 सितंबर से लागू हुए हैं और पुराने नियमों के तहत निवेश 31 दिसंबर, 2024 तक पूरा करना होगा।
नियम में क्या कुछ बदला?
संपत्ति विकास फर्म लेप्टोस एस्टेट्स के अनुसार, संशोधनों से पहले, भारतीय निवेशक 2.50 लाख यूरो (लगभग 2.5 करोड़ रुपये) के न्यूनतम निवेश के साथ यूरोप में स्थायी निवास हासिल कर सकते थे। अब, एथेंस, थेसालोनिकी, मायकोनोस और सेंटोरिनी जैसे टियर-1 शहरों में न्यूनतम निवेश 8 लाख यूरो (लगभग 7.44 करोड़ रुपये) हो गया है। टियर-2 क्षेत्रों में, जिसमें ग्रीस के अन्य हिस्से शामिल हैं, सीमा 2.50 लाख यूरो से बढ़कर 4 लाख यूरो (लगभग 3.72 करोड़ रुपये) हो गई है।
भारतीय निवेशकों की गतिविधियों में तेजी
ग्रीस सरकार के नए नियम से भारतीय निवेशकों की गतिविधियों में तेजी आई है, जिसने न्यूनतम निवेश को दोगुना से भी अधिक कर दिया है। लेप्टोस एस्टेट्स के ग्लोबल मार्केटिंग डायरेक्टर संजय सचदेव ने कहा, "हमने हाल के महीनों में भारतीय घर खरीदारों की भीड़ देखी, यहां तक कि हमने ग्रीस में अपने उपलब्ध आवासीय स्टॉक को बेच दिया। कई निवेशकों ने 6-12 महीने की हैंडओवर अवधि वाली निर्माणाधीन परियोजनाएं खरीदीं।"
क्या है गोल्डन वीजा प्रोग्राम?
ग्रीस का गोल्डन वीजा प्रोग्राम, जिसे 2013 में लॉन्च किया गया था, रियल एस्टेट, सरकारी बॉन्ड या अन्य स्वीकृत वाहनों में निवेश के बदले में निवास या नागरिकता प्रदान करता है। यह कार्यक्रम यूरोप में दूसरे घर की तलाश करने वाले अमीर भारतीयों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो गया है। ग्रीस का यह कार्यक्रम भारतीयों के लिए किराये से आय प्राप्त करने, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा तक पहुंच और यूरोपीय संघ (EU) में व्यवसाय स्थापित करने में मददगार है।
इस वजह से भी ग्रीस में बढ़ रहा भारतीयों का निवेश
दुनिया के कई अन्य देशों ने स्थाई निवास कार्यक्रम को बंद कर दिया है, जिससे ग्रीस में भारतीयों का निवेश तेजी से बढ़ रहा है। सचदेव ने कहा, "ग्रीस और साइप्रस भारतीय निवेशकों के लिए शीर्ष रियल एस्टेट विकल्प बने हुए हैं, खासकर पुर्तगाल, स्पेन और आयरलैंड जैसे देशों द्वारा अपने स्थायी निवास कार्यक्रम बंद करने के बाद।" ग्रीस जैसे देश उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और एक आरामदायक यूरोपीय जीवनशैली तक पहुंच प्रदान करते हैं।