मसूद अजहर पर कसता शिकंजा, EU में बैन करने के लिए जर्मनी लाएगा प्रस्ताव
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने की कोशिशें लगातार जारी हैं। अमेरिका, फ्रांस और इंग्लैंड मिलकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में मसूद पर बैन लगाने वाला प्रस्ताव लेकर आये थे। अब जर्मनी ने मसूद पर प्रतिबंध लगाने की पहल की है। जर्मनी यूरोपीय यूनियन (EU) में मसूद को वैश्विक आंतकी घोषित करने वाला प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए जर्मनी EU के अन्य सदस्य देशों से बातचीत कर रहा है।
क्या है जर्मनी की पहल
यूरोपीय यूनियन में यूरोप के 28 देश सदस्य हैं। अगर यहां जर्मनी का प्रस्ताव पास होता है तो इन देशों में आतंकी मसूद अजहर पर प्रतिबंध लग जाएगा। इसके बाद मसूद अजहर इन देशों में सफर नहीं कर सकेगा और साथ ही इन देशों में मौजूद उनकी संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा। अभी तक जर्मनी ने यह प्रस्ताव पेश नहीं किया है, लेकिन वह इसके लिए दूसरे सदस्य देशों से बातचीत कर रहा है।
फ्रांस ने जब्त की थी अजहर की संपत्ति
UNSC के स्थायी सदस्य फ्रांस ने बीती 15 मार्च को मसूद की अपने देश में मौजूद संपत्तियों को जब्त किया था। साथ ही फ्रांस के गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि सरकार मसूद अजहर का नाम यूरोपीय संघ (EU) की आतंकियों की सूची में डलवाने पर विचार करेगी। बता दें, फ्रांस UNSC में अमेरिका और ब्रिटेन के साथ मिलकर मसूद के खिलाफ प्रस्ताव लाया था।
चीन ने लगाई 'तकनीकी रोक'
अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की '1267 अल कायदा सैंक्शन्स कमेटी' के तहत फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका ने प्रस्ताव पेश किया था। इस पर विचार करने के लिए 10 कार्य दिवस का समय दिया गया था। यह अवधि 13 मार्च को रात 12:30 बजे खत्म होनी थी। इससे पहले चीन ने इस पर 'तकनीकी रोक' लगा दी। चीन ने कहा है कि उसे प्रस्ताव पर विचार करने के लिए और वक्त चाहिए।
मसूद अजहर ने कराए हैं भारत पर कई बड़े आतंकी हमले
पुलवामा में CRPF काफिले पर हमला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने ही किया था। इस हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। जैश इसके अलावा भी भारत में कई बड़े आतंकी हमले करवा चुका है। दिंसबर 2001 में संसद पर हुआ हमला जैश ने ही किया था। उसने जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर भी फिदायीन हमला कराया था। इसके अलावा उरी और पठानकोट में सेना के कैंप पर हुए हमलों में भी जैश का हाथ था।