
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी पेरिस की जेल में बंद, 5 साल की सजा भुगतेंगे
क्या है खबर?
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी (70) लीबिया से जुड़े अवैध धन से संबंधित मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद जेल चले गए हैं। मंगलवार को वह अपनी पत्नी कार्ला ब्रूनी-सरकोजी का हाथ थामे पेरिस के विशिष्ट 16वें जिले में स्थित अपने विला से बाहर निकलते और जेल के लिए जाते दिखे। सरकोजी को 5 साल तक पेरिस की ला सैंटे जेल के एकांतवास खंड में एक छोटी कोठरी में रहना होगा।
अपील
अपनी रिहाई के लिए अपील दायर की
जेल जाने से पहले सरकोजी ने एक्स पर लिखा, "सत्य की जीत होगी, लेकिन इसकी कीमत कितनी भारी होगी। वे किसी पूर्व राष्ट्रपति को नहीं, बल्कि एक निर्दोष व्यक्ति को जेल में डाल रहे हैं।" सरकोजी के जेल जाने के बाद उनके वकील क्रिस्टोफ़ इंग्रेन ने कहा कि उनकी रिहाई के लिए एक अर्जी दायर कर दी गई है। इंग्रेन ने कहा कि उनकी कैद को कोई भी उचित नहीं ठहराता, वह 3 हफ्ते या एक महीने जेल में रहेंगे।
आरोप
किस मामले में जेल गए सरकोजी?
सरकोजी पर 2007 में चुनाव अभियान के लिए लीबिया के दिवंगत तानाशाह नेता कर्नल मुअम्मर गद्दाफी से प्राप्त लगभग 450 करोड़ रुपये उपयोग करने का आरोप था। इसके दस्तावेज 2011 में फ्रेंच न्यूज साइट मीडियापार्ट ने लीक किए थे। गद्दाफी के बेटे सैफ अल-इस्लाम ने भी आरोप लगाया। इसके बाद 2013 में जांच शुरू हुई। लेबनानी व्यवसायी जियाद ताकीदीन (फ्रांस-मध्य पूर्व का बिचौलिया) ने भी लिखित प्रमाण होने और सरकोजी को राष्ट्रपति बनने के बाद भुगतान करने की बात स्वीकारी।
भ्रष्टाचार
सरकोजी का गद्दाफी के साथ कैसा था समझौता?
सरकोजी पर आरोप था कि उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 2005 में गद्दाफी शासन के साथ भ्रष्टाचार का समझौता किया था। सरकोजी से धन के बदले में गद्दाफी की अंतरराष्ट्रीय छवि को सुधारने के लिए राजनयिक, कानूनी और व्यावसायिक सहायता प्रदान करने की अपेक्षा थी। आरोपों में 2007 में गद्दाफी की पेरिस की राजकीय यात्रा भी शामिल थी। सरकोजी 1980 के बाद गद्दाफी का स्वागत करने वाले पहले पश्चिमी नेता थे।