काबुल हवाई अड्डे के बाहर बड़ा धमाका, 13 की मौत और 15 से अधिक घायल
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत, अमेरिका समेत कई देश बड़े स्तर पर अपने लोगों को वहां से निकालने में जुटे हैं। इस बीच गुरुवार शाम को काबुल हवाई अड्डे के अभय दरवाजे पर बम धमाका हुआ है। इसमें करीब 13 लोगों की मौत हो गई और तीन अमेरिकी सैनिकों सहित 15 से अधिक लोगों के घायल हो गए। धमाके की पुष्टि पेंटागन ने की है। धमाके के बाद से हवाई अड्डे पर लगातार फायरिंग हो रही है।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने भी की धमाके की पुष्टि
इधर, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने भी काबुल हवाई अड्डे के अभय दरवाजे पर पर बड़ा धमाका होने की पुष्टि की है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के सचिव जॉन किर्बी ने कहा कि काबुल हवाई अड्डे के दरवाजे पर धमाका हुआ है, लेकिन अभी तक लोगों के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, घटना में दर्जनों लोगों के घायल होने की खबरे सामने आई है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सेना ने पूरे हवाई अड्डे पर तैनाती ले ली है।
काबुल हवाई अड्डे के बाहर स्थित होटल के पास हुआ धमाका
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धमाका काबुल स्थित बैरन होटल के पास हुआ है। इसमें ब्रिटेन के सैनिक और पत्रकार ठहरे हुए हैं। धमाके के बाद हवाई अड्डे और उसके आस-पास के क्षेत्र में अफरा-तफरी मची हुई है। लोग सुरक्षित जगह की तलाश में दौड़ रहे हैं। इससे पहले इटली के एक सैन्य विमान के हवाई अड्डे से उड़ान भरने के दौरान भी उस पर फायरिंग की गई थी। हालांकि, इस घटना में विमान को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा था।
अमेरिकी दूतावास ने जताई थी आतंकी हमले की आशंका
बता दें कि कुछ घंटे पहले अमेरिकी दूतावास ने काबुल हवाई अड्डे पर आतंकी हमले की आशंका जताई थी और लोगों को हवाई अड्डे को छोड़कर जाने को कहा था। दूतावास ने स्पष्ट कहा था कि काबुल हवाई अड्डे के पूर्वी और उत्तरी दरवाजे से हट जाएं और सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं। इसी तरह ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने भी अफगानिस्तान छोड़ने के लिए काबुल एयरपोर्ट पर जमा लाखो लोंगो को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा था।
फ्रांस ने जारी कि दूसरे धमाके की चेतावनी
काबुल हवाई अड्डे पर हुए बम धमाके के बीच अब फ्रांस की खूफिया एजेंसी ने दूसरे धमाके की चेतावनी जारी की है। इसके बाद से अमेरिकी सेना सतर्क हो गई है और हवाई अड्डे के चप्पे-चप्पे पर नजर रख रही है।
लोगों को अफगानिस्तान से निकालने में जुटे हैं देश
तालिबान के कब्जा जमाने के बाद अमेरिका, इटली समेत कई देश अपने और वहां के नागरिकों को वहां से निकालने में जुटे हुए हैं। इसके लिए सभी देश सेना के विमानों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। 15 अगस्त के बाद से वहां से 50,000 से अधिक लोगों को निकाला जा चुका है। भारत भी अपने नागरिकों के अलावा हिंदू और सिख अफगान नागरिकों को भी निकालने में जुटा है। इस मिशन को 'देवी शक्ति' नाम दिया गया है।