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डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- जब तक मैं राष्ट्रपति हूं चीन ताइवान पर हमला नहीं करेगा
डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग की दक्षिण कोरिया में 6 साल बाद मुलाकात हुई थी

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- जब तक मैं राष्ट्रपति हूं चीन ताइवान पर हमला नहीं करेगा

लेखन गजेंद्र
Nov 03, 2025
09:26 am

क्या है खबर?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें आश्वासन मिला है कि जब तक वह राष्ट्रपति हैं, तब तक चीन ताइवान पर कोई सैन्य कार्रवाई नहीं करेगा। ट्रंप ने यह टिप्पणी रविवार को CBS न्यूज के 60 मिनट कार्यक्रम के दौरान की। उनसे पूछा गया था कि अगर चीन ताइवान पर सैन्य कार्रवाई करता है तो क्या अमेरिकी सेना उसका जवाब देगी? इसपर ट्रंप ने कहा कि अगर ऐसा होगा तो पता चल जाएगा और चीन इसका जवाब जानता है।

बयान

दक्षिण कोरिया में ट्रंप और जिनपिंग के बीच इस मुद्दे पर नहीं हुई बातचीत

दक्षिण कोरिया के बुसान में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन के दौरान 6 साल बाद राष्ट्रपति ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग मिले थे। ट्रंप ने बताया कि इस दौरान उनकी बातचीत अमेरिका-चीन व्यापार तनाव पर केंद्रित थी। लिहाजा, ताइवान जैसे पुराने मुद्दे को नहीं उठाया गया था। ट्रंप ने कहा कि लेकिन उनके लोगों ने बैठकों में खुले तौर पर कहा है कि ट्रंप के राष्ट्रपति रहते हुए वह कुछ नहीं करेंगे क्योंकि वे परिणाम जानते हैं।

जवाब

चीन ने ट्रंप के बयान पर क्या दिया जवाब?

ट्रंप का बयान सामने आने के बाद वाशिंगटन स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यू ने इससे संबंधित कोई जवाब नहीं दिया कि क्या चीन से ट्रंप को ताइवान के बारे में कोई आश्वासन मिला है। हालांकि, पेंग्यू ने इतना जरूर कहा कि चीन किसी भी व्यक्ति या ताकत को ताइवान के मामले में हस्तक्षेप की इजाजत नहीं देता है और यह चीन का आतंरिक मामला है। व्हाइट हाउस ने आश्वासन को लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं दी है।

इतिहास

क्या है चीन और ताइवान का विवाद?

दूसरे विश्वयुद्ध के बाद चीन पर कम्युनिस्ट पार्टी का कब्जा हो गया और सत्ताधारी नेशनलिस्ट पार्टी (कुओमिंतांग) की हार हुई। इसके बाद कुओमिंताग के नेता और समर्थक ताइवान चले गए। इसी कारण चीन ताइवान को खुद से अलग हुआ एक प्रांत मानता है, वहीं ताइवान खुद को स्वतंत्र देश मानता है। दोनों देशों के बीच अक्सर युद्ध जैसी स्थिति बनती रहती है। ताइवान को केवल 13 देश संप्रभु राष्ट्र का दर्जा देते हैं। अमेरिका ताइवान को रक्षात्मक हथियार देता है।