अक्टूबर से नागरिकों को कोरोना वायरस वैक्सीन देने की योजना बना रहा रूस
रूस अक्टूबर से नागरिकों को कोरोना वायरस की वैक्सीन देने की योजना पर काम कर रहा है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, मॉस्को के गामालेया इंस्टीट्यूट की तरफ से तैयार की जा रही संभावित वैक्सीन के ट्रायल पूरे हो गए हैं। इसके रजिस्ट्रेशन के लिए कागजी कार्रवाई पूरी की जा रही है। यहां के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने कहा कि सरकार अक्टूबर में नागरिकों को वैक्सीन देने की योजना बना रही है और इसके लिए विस्तृत टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।
13 जुलाई को शुरू हुआ था ट्रायल का दूसरा चरण
मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि इसके इंसानी ट्रायल के तीनों चरण पूरे हो चुके हैं या अभी तक दूसरा चरण खत्म हुआ है। बीते महीने आई एक रिपोर्ट में बताया गया था कि 13 जुलाई को इस वैक्सीन के ट्रायल का दूसरा चरण शुरू हुआ था। आमतौर पर किसी भी वैक्सीन को सफलतापूर्वक इंसानी ट्रायल के तीन चरण पूरा करने से पहले बाजार में उतारने की मंजूरी नहीं मिलती है।
बिना तीसरे चरण के ट्रायल के दी जा सकती है मंजूरी
ट्रायल के तीनों चरणों में लंबा समय लग सकता है, लेकिन कोरोना वायरस के कारण पैदा हुई आपातकालीन स्थितियों के कारण वैक्सीन का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। हालांकि, इस वैक्सीन की रफ्तार को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि तीसरे चरण के ट्रायल के बिना ही इसे इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी जाएगी। इस चरण में हजारों लोगों पर वैक्सीन को जांचा जाता है।
सितंबर में शुरू होगा वैक्सीन का उत्पादन
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अगस्त में इस वैक्सीन को 'कंडीशनल रजिस्ट्रेशन' मिल जाएगा। इसका मतलब यह होगा कि तीसरे चरण के ट्रायल के साथ-साथ यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए भी इस्तेमाल की जा सकेगी। वैक्सीन का उत्पादन सितंबर में शुरू होने की उम्मीद है। जब तक इसका इंसानी ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा नहीं हो जाएगा, तब तक केवल स्वास्थ्यकर्मियों के लिए इसे इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि, विशेषज्ञ जल्दबाजी में वैक्सीन उतारने के फैसले के खिलाफ हैं।
उम्मीद है कि रूस और चीन सभी जरूरी टेस्ट कर रहे- डॉक्टर फाउची
शुक्रवार को अमेरिका के संक्रामक रोग विशेषज्ञ और कोरोना वायरस टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर एंथोनी फाउची ने कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि रूस और चीन लोगों को कोरोना वैक्सीन देने से पहले इससे जुड़े सभी टेस्ट कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस साल के अंत तक अमेरिका के पास सुरक्षित और कारगर वैक्सीन होगी और इसे इसके लिए किसी दूसरे देश पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
दुनियाभर में बढ़ता जा रहा कोरोना वायरस का प्रकोप
वैक्सीन के लंबे होते इंतजार के बीच दुनिया में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। पूरी दुनिया में 1.78 करोड़ लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है और इनमें से 6.85 लाख अपनी जान गंवा चुके हैं। सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में अमेरिका में 46.20 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और 1.54 लाख लोगों की मौत हुई है। भारत में संक्रमितों की संख्या 17 लाख से पार पहुंच गई हैं और 37,364 मौतें हो चुकी हैं।