कोरोना वायरस: दुनियाभर में एक करोड़ पहुंची संक्रमितों की संख्या, एक चौथाई मामले केवल अमेरिका में
दुनियाभर में कोरोना वायरस (COVID-19) संक्रमितों की संख्या एक करोड़ से पार हो गई है। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, इनमें से लगभग 51 लाख लोग ठीक हो गए हैं। वहीं मरने वालों का आंकड़ा 4, 99,296 है, जो जल्द ही पांच लाख को पार कर जाएगा। अमेरिका दुनिया में इस खतरनाक वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। यहां अब तक 25 लाख लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं और 1.26 लाख की मौत हुई है।
ब्राजील, रूस और भारत सर्वाधिक प्रभावित देशों में
कोरोना संक्रमितों की संख्या के मामले में ब्राजील अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। यहां अब तक 13.1 लाख लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिनमें से 57,070 लोगों की मौत हुई है। तीसरे नंबर पर मौजूद रूस में महामारी 6.33 लाख मामले आए हैं और 9,060 मौतें हुई हैं। वहीं भारत में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ते हुए 5.28 लाख पहुंच गई है। यहां 16,095 लोगों की मौत हुई है।
31 दिसंबर को चीन ने WHO को दी थी जानकारी
चीन ने कोरोना वायरस के शुरुआती मामले सामने आने के बाद 31 दिसंबर, 2019 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को इसकी जानकारी दी थी। हालांकि, उस पर समय पर और पर्याप्त जानकारी मुहैया न कराने का भी आरोप लग रहा है। नए साल की शुरुआत के साथ चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलने लगा और मार्च आते-आते इस महामारी ने लगभग पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया।
111 दिनों में 25 लाख, अगले 67 दिनों में 75 लाख संक्रमित
अगर कोरोना वायरस के मामले बढ़ने की रफ्तार देखें तो पहले 25 लाख मामले सामने आने में 111 दिन लगे थे। इसके बाद संक्रमण तेजी से फैलता गया और अगले 67 दिनों में 75 लाख अन्य लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। भास्कर के मुताबिक, अब दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या दुनिया के 144 देशों की जनसंख्या से ज्यादा है। यानी 144 देश ऐसे हैं, जिनकी आबादी एक-एक करोड़ से कम हैं।
उत्तर अमेरिका, लैटिन अमेरिका और यूरोप मे सबसे अधिक मामले
अगर सबसे अधिक प्रभावित इलाकों की बात करें तो उत्तर अमेरिका, लैटिन अमेरिका और यूरोप सबसे आगे हैं। ये तीनों महाद्वीप कुल मामलों के 25-25 प्रतिशत के लिए जिम्मेदार हैं। वहीं एशिया में 11 प्रतिशत और मध्य-पूर्व देशों में नौ प्रतिशत मामले सामने आए हैं। पिछले हफ्ते मामलों में एक से दो प्रतिशत प्रतिदिन के हिसाब से वृद्धि हुई, जो मार्च में 10 प्रतिशत थी। हालांकि WHO ने महामारी के खतरनाक चरण में प्रवेश करने की बात कही है।