लद्दाख: पैंगोंग झील पर दूसरा पुल बना रहा चीन, पहले से बड़ा और चौड़ा
क्या है खबर?
चीन पूर्वी लद्दाख स्थित पैंगोंग झील पर एक और पुल बना रहा है। ये पुल पहले पुल से बड़ा और अधिक चौड़ा है।
सैटेलाइट तस्वीरों की मदद से तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार, चीन ये पुल वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के अपनी तरफ बना रहा है।
इस पुल के निर्माण के बाद चीन तेजी और आसानी से इलाके में अपनी सेना इकट्ठी कर सकेगा।
अभी तक भारत की तरफ से मामले पर कोई भी आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सैटेलाइट तस्वीरें
पहले पुल के समानांतर बनाया जा रहा नया पुल
भू-स्थानिक खुफिया शोधकर्ता डेमियन साइमन ने चीन के नए पुल से संबंधित सैटेलाइट तस्वीर ट्विटर पर साझा की है।
इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए उन्होंने बताया कि इस नए पुल को पहले पुल के समानांतर बनाया जा रहा है और इसका संभावित लक्ष्य झील के ऊपर से भारी और बड़ी चीजों की आवाजाही करना है।
उनके अनुसार, पुल को दोनों तरफ से एक साथ बनाया जा रहा है।
गेम प्लान
नए पुल के निर्माण के लिए किया जा रहा पहले पुल का इस्तेमाल
रक्षा विभाग के सूत्रों ने द प्रिंट को बताया कि नए पुल को बनाने के लिए पहले और छोटे पुल का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस पुल पर क्रेन आदि को खड़ा किया गया है और कंस्ट्रक्शन का सामान भी इसी पुल से लाया जा रहा है। पहले पुल का निर्माण अप्रैल में पूरा हो चुका है।
सूत्रों ने बताया कि जब तीन हफ्ते पहले नए पुल का निर्माण सामने आया तो चीनियों को पूरी योजना उजागर हो गई।
रिपोर्ट
LAC से 20 किलोमीटर दूर बनाया जा रहा पुल
रिपोर्ट्स के अनुसार, नया पुल LAC से 20 किलोमीटर दूर चीन की तरफ बनाया जा रहा है।
पहले पुल की तरह चीन इस पुुल को भी खुरनाक क्षेत्र में बना रहा है। इस जगह पर झील सबसे पतली है और पुल के जरिए खुरनाक को दक्षिणी किनारे पर रुडोक से जोड़ा जाएगा।
पुराने पुल के चीनी सेनाओं के लिए 180 किलोमीटर के फेर को कम करने की बात कही गई थी। नया पुल भी यही काम करेगा।
मकसद
क्या है दूसरा पुल बनाने का मकसद?
सूत्रों ने नए पुल की अहमियत बताते हुए कहा, "पहला पुल केवल सैनिक और हल्के वाहन लाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता था। नया पुल आकार में बड़ा और चौड़ा है। इसका मतलब वो न केवल सैनिकों और हल्के वाहनों बल्कि बख्तरबंद गाड़ियों की तेज तैनाती पर लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।"
चीनी सेना इलाके में कई सड़के भी बना रही है जो इन दोनों पुलों को उसकी मोल्डो सैन्य पोस्ट से जोड़ेंगे।
लक्ष्य
अगस्त, 2020 जैसे भारत के अभियानों की काट के लिए निर्माण कर रहा चीन
सूत्रों का कहना है कि पुल और सड़कों के निर्माण के जरिए चीनी सेना का लक्ष्य भविष्य में दक्षिणी किनारे पर भारतीय सेना के किसी भी ऑपरेशन की काट करना है। पुलों के निर्माण के बाद वह इलाके में जल्द से जल्द सैनिक इकट्ठा कर सकेगा।
अगस्त, 2020 में भारतीय सेना ने दक्षिणी किनारे पर उसकी कमजोरी का फायदा उठाया था और एक विशेष अभियान चलाते हुए ज्यादातर ऊंची चोटियों पर कब्जा कर लिया था।