अजित डोभाल के साथ बैठक से पहले चीन का बयान, कहा- साथ काम करने को तैयार
चीन ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच बुधवार को होने वाली अहम बैठक से पहले भारत के साथ संबंधों पर बयान दिया। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को जल्द स्थिर करने और विकास के रास्ते पर वापस लाने के लिए काम करने को तैयार है, ताकि जरूरी मुद्दों पर साथ काम किया जा सके और संबंधों को सुधारा जा सके।
चीन ने क्या दिया बयान?
प्रवक्ता जियान ने कहा, "चीन और भारत के नेताओं के बीच जरूरी आम समझ को लागू करने, एक-दूसरे की जरूरी हितों और चिंताओं का सम्मान करने, आपसी विश्वास मजबूत करने, ईमानदारी-सद्भावना से मतभेदों को सुलझाने और द्विपक्षीय संबंधों को जल्द स्थिर और स्वस्थ विकास के ट्रैक पर वापस लाने के लिए चीन भारत के साथ काम करने के लिए तैयार है।" वहीं विदेश मंत्रालय ने कहा कि वांग के साथ डोभाल की बैठक भारत-चीन सीमा मुद्दे पर केंद्रित होगी।
2019 के बाद पहली उच्च स्तरीय बैठक
2020 में गलवान घाटी में हुई भारतीय और चीनी सैनिकों की झड़प से पहले दिसंबर 2019 में चीन और भारत के बीच बैठक हुई थी। उसके बाद यह सिलसिला विवाद के कारण रुक गया था। ऐसे में 2019 के बाद दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों के बीच पहली उच्च स्तरीय वार्ता है। 2019 के बाद डोभाल और वांग के बीच जो बैठकें हुई थीं, उसमें सीमा विवाद के समाधान के बजाय बहुपक्षीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया था।