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चीन ने ताइवान के निकट सैन्य अभ्यास शुरू किया, ताइवान ने भी बढ़ाई सेना की तैनाती
चीन ने ताइवान के निकट सैन्य अभ्यास बढ़ाया (प्रतीकात्मक तस्वीर)

चीन ने ताइवान के निकट सैन्य अभ्यास शुरू किया, ताइवान ने भी बढ़ाई सेना की तैनाती

लेखन गजेंद्र
Dec 29, 2025
12:11 pm

क्या है खबर?

चीन ने जापान के साथ बढ़ते कूटनीतिक दबाव के बीच सोमवार को ताइवान जलडमरूमध्य के 'मध्य क्षेत्रों' में बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू किया है। ताइवान ने इसकी कड़ी निंदा की है और जवाब में अपनी सेना भी तैनात की है। बीजिंग ने इसे सैन्य धमकी बताया और मंगलवार को ताइवान के निकट जल और हवाई क्षेत्रों में वास्तविक गोलाबारी का अभ्यास करने की बात कही। बता दें, चीन ताइवान पर अधिकार जताता है, जिसको लेकर चीन-जापान के बीच तनाव है।

बयान

चीन ने क्या कहा?

चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के पूर्वी थिएटर कमान के हवाले से बताया कि वह 'जस्टिस मिशन 2025' नामक अभ्यास के तहत ताइवान के निकट जल और हवाई क्षेत्रों में विध्वंसक पोत, फ्रिगेट, लड़ाकू विमान, बमवर्षक और मानवरहित हवाई वाहन (UAV) से सैन्य अभ्यास करेगा। चीन के मुताबिक, इसमें ताइवान के उत्तर और दक्षिण-पश्चिम में समुद्री लक्ष्यों पर लाइव-फायर प्रशिक्षण भी शामिल है। अधिकारियों ने अभ्यास को लेकर 5 क्षेत्रों में चेतावनी जारी की है।

हमला

जमीनी लक्ष्यों को निशाना बनाएगा चीन

वरिष्ठ कर्नल शी यी ने बताया कि सैन्य अभ्यास का ध्यान समुद्री-हवाई युद्ध तत्परता गश्त, व्यापक श्रेष्ठता की संयुक्त प्राप्ति, प्रमुख बंदरगाहों और क्षेत्रों की नाकाबंदी, द्वीप श्रृंखला के बाहर सभी आयामों में प्रतिरोध पर केंद्रित होगा। शी ने कहा कि ये अभ्यास ताइवान स्वतंत्रता अलगाववादी ताकतों के खिलाफ एक कड़ी चेतावनी है, और चीन की संप्रभुता और राष्ट्रीय एकता की रक्षा के लिए एक वैध और आवश्यक कार्रवाई है। युद्धाभ्यासों का मकसद जमीनी लक्ष्यों को निशाना बनाना है।

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आलोचना

ताइवान ने की आलोचना

ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय की प्रवक्ता करेन कुओ ने एक बयान में कहा कि चीन द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानदंडों की अवहेलना और पड़ोसी देशों को धमकाने के लिए सैन्य धमकियों के इस्तेमाल की कड़ी निंदा करता है। ताइवान तटरक्षक बल ने अपने जलक्षेत्र के पास 4 चीनी तटरक्षक जहाजों का पता लगाया है, जो उत्तरी-पूर्वी तटों के पास जलक्षेत्र में थे। उन्होंने संबंधित क्षेत्रों में जवाबी कार्रवाई के लिए तुरंत बड़े जहाजों को तैनात किया और अतिरिक्त सहायता इकाइयां भेजीं हैं।

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