BNP ने भारत से शेख हसीना को मुकदमे के लिए बांग्लादेश प्रत्यर्पित करने को कहा
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने मंगलवार को भारत से बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मुकदमे का सामना करने के लिए प्रत्यर्पित करने के लिए कहा है। बता दें कि सियासी तख्तापलट के बाद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हसीना पर देश में छात्र-नेतृत्व वाली क्रांति को विफल करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। हसीना पद से इस्तीफा देने के बाद देश छोड़कर भारत आ गई थीं।
BNP महासचिव ने क्या कहा?
BNP महासचिव फखरुल ने डेली स्टार से कहा, "हमारा आपसे आह्वान है कि आप उन्हें कानूनी तरीके से बांग्लादेश सरकार को सौंपें इस देश ने उन पर मुकदमे का फैसला किया है और उन्हें मुकदमे का सामना करने दें। भारत उन्हें आश्रय देकर लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता नहीं निभा रहा है।" उन्होंने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे पड़ोसी देश ने उसे शरण दी है, जहां रहकर हसीना ने बांग्लादेश के खिलाफ साजिश शुरू कर दी है।"
हसीन के अपराध छोटे नहीं हैं- फखरुल
फखरुल ने कहा, "इस देश के लोग हसीना के अपराधों को छोटा नहीं मानते हैं। उनके फासीवादी शासन ने बांग्लादेश की स्वतंत्रता को कमजोर कर दिया है और पिछले 15 वर्षों से देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न की है।" उन्होंने आगे कहा, "क्रांति और जन विद्रोह से बनी इस अंतरिम सरकार का मुख्य काम चुनाव कराकर जन प्रतिनिधियों को सत्ता सौंपना है। हालांकि, उचित और निष्पक्ष चुनाव कराने में थोड़ा समय लग सकता है।
हसीना ने इस्तीफा देकर छोड़ दिया था देश
बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में मिलने वाले आरक्षण को लेकर जून से लगातार प्रदर्शन हो रहे थे। 5 अगस्त की शाम प्रदर्शन हिंसक होने के बाद शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत आ गई थीं। हिंसा में 500 से अधिक लोगों की मौत हुई है। इसके बाद सेना ने अंतरिक सरकार बनाकर नोबल पुरस्कार विजेता मुहम्मद युनूस को इसका प्रमुख सलाहकरार बनाया है। अंतरिम सरकार ने हसीना के खिलाफ हत्या का मामला खोला गया है।