भारत में अपनी राजनीतिक उपस्थिति कम करने की तैयारी में बांग्लादेश, निलंबित की वीजा सेवाएं
क्या है खबर?
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के तख्तापलट के बाद भारत आने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। वहां हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचार के कारण स्थिति और विकट हो रही है। इस बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार एम तौहीद हुसैन ने कहा कि अगर स्थिति बिगड़ती रही, तो बांग्लादेश जल्द भारत में अपनी राजनीतिक उपस्थिति कम करने पर विचार करेगा। आइए उनके पूरे बयान पर नजर डालते हैं।
बयान
हुसैन ने क्या दिया बयान?
भारत विरोधी युवा नेता उस्मान हादी की हत्या और बांग्लादेश के मयमनसिंह में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास (27) की हत्या के बाद दोनों देशों के बीच संबंध और बिगड़ गए हैं। हुसैन ने कहा, "अगर स्थिति इसी तरह बिगड़ती रही, तो ढाका आने वाले समय में नई दिल्ली में अपनी राजनीतिक उपस्थिति कम करने पर विचार करेगा।" उनकी यह टिप्पणी भारत की ओर से बांग्लादेश के मीडिया में आई खबरों को भ्रामक प्रचार बताए जाने के बाद आई है।
खंडन
भारत ने बांग्लादेशी मीडिया की खबरों का किया था खंडन
भारत के विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेशी मीडिया में आई उन खबरों को भ्रामक प्रचार बताया था, जिसमें कहा गया था कि मयमनसिंह में एक हिंदू युवक की हत्या के विरोध में नई दिल्ली स्थित बांग्लादेशी दूतावास के बाहर हुए प्रदर्शनों का उद्देश्य सुरक्षा संकट पैदा करना था। मंत्रालय ने कहा था कि बांग्लादेश उच्चायोग के सामने 20-25 युवकों ने हिंदू युवक की हत्या का विरोध किया था। फेंसिंग तोड़ने या असुरक्षा की स्थिति पैदा करने का कोई प्रयास नहीं हुआ।
दावा
हुसैन ने बांग्लादेशी मीडिया की रिपोर्ट को बताया सटीक
समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, हुसैन ने दावा किया कि भारत में बांग्लादेशी उच्चायोग के बाद प्रदर्शनकारियों ने केवल बांग्लादेशी हिंदू नागरिक की हत्या के विरोध में नारे ही नहीं लगाए, बल्कि अन्य बयान भी दिए थे। उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेशी समाचार पत्रों में प्रकाशित रिपोर्टें काफी हद तक सटीक थीं और भ्रामक नहीं थीं। हालांकि, उनके पास बांग्लादेशी राजदूत एम रियाज हामिदुल्लाह को मिली जान से मारने की धमकियों के बारे में कोई ठोस सबूत नहीं हैं।
बयान
भारतीय बयान के बाद बांग्लादेश को जवाब देने के लिए होना पड़ा मजबूर- हुसैन
हुसैन ने कहा कि भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रेस नोट के बाद बांग्लादेश को खुलकर जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि दोनों पक्ष राजनयिक चैनलों के माध्यम से संपर्क में हैं और तदनुसार अपनी स्थिति स्पष्ट करते रहते हैं। बांग्लादेश संगबाद संगस्था (BSS) ने हुसैन के हवाले से कहा, "हम भारतीय प्रेस नोट को पूरी तरह खारिज करते हैं। इस मुद्दे को बहुत ही सामान्य स्थिति की तरह पेश किया गया है।"
कार्रवाई
बांग्लादेशी उच्चायोग ने अस्थायी रूप से बंद की वीजा सेवाएं
दिल्ली में बांग्लादेशी उच्चायोग के बाहर हुए विरोध प्रदर्शन के बाद उच्चायोग ने सभी काउंसलर और वीजा सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी। बांग्लादेश ने यह कदम भारत द्वारा चटगांव में भारतीय उच्चायोग के बाहर किए गए विरोध प्रदर्शन के बाद वीजा सेवाएं निलंबित करने को देखते हुए उठाया है। बांग्लादेश मिशन ने कहा, "अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग की सभी कांसुलर और वीजा सेवाएं अगली सूचना तक अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं।"