बांग्लादेश में भीड़ ने 3 हिंदू मंदिरों पर हमला कर खंडित की प्रतिमाएं, एक आरोपी गिरफ्तार
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाए जाने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब देश के मैमनसिंह और दिनाजपुर शहरों में बदमाशों ने पिछले 2 दिनों में तीन हिंदू मंदिरों को अपना निशाना बनाया है। उपद्रवियों ने मंदिरों में रखी 3 मूर्तियों को खंडित कर दिया। इस मामले में पुलिस ने अभी तक केवल एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस घटना से देश के हिंदुओं में भारी रोष व्याप्त है।
पोलाशकंद काली मंदिर को बनाया निशाना
पुलिस ने बताया कि गुरुवार सुबह उपद्रवियों ने बीलडोरा संघ के पोलाशकंद काली मंदिर पर हमला कर एक मूर्ति को खंडित कर दिया। इस संबंध में मंदिर समिति के अध्यक्ष सुवाश चंद्र सरकार ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में अलाल उद्दीन (27) को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पूछताछ में अपराध भी स्वीकार कर लिया है। आरोपी को शुक्रवार को मैमनसिंह कोर्ट से जेल भेज दिया गया।
मैमनसिंह में दो मंदिरों को बनाया निशाना
एक अन्य घटना में मैमनसिंह के हलुआघाट उपजिले में शुक्रवार को उपद्रवियों ने दो अलग-अलग मंदिरों को अपना निशाना बनाया और 2 प्रतिमाओं को खंडित कर दिया। हलुआघाट पुलिस थाना प्रभारी अबुल खैर ने बताया कि शुक्रवार सुबह शाकुई संघ के बोंडेरपारा मंदिर में दो मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। हालांकि, इस घटना के संबंध में अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है और न ही किसी की गिरफ्तारी हुई है।
बांग्लादेश में लगातार बढ़ रहे हैं हिंदुओं और मंदिरों पर हमले
बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद से ही उसके भारत से रिश्तों में खटास आ गई है। उसके बाद से बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। इस साल करीब 2,200 ऐसी घटनाएं हो चुकी है। इससे पहले मंगलवार को भी दिनाजपुर के बीरगंज उपजिले में झारबारी शासन काली मंदिर में 5 मूर्तियों को खंडित किया गया था। मंदिर समिति के अध्यक्ष जनार्दन रॉय ने इस पर रोष जताया था।