पाकिस्तान: एक और हिंदू लड़की का अपहरण, पिछले 15 दिन में पांचवां मामला
पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों के अपहरण के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब देश के सिंध प्रांत के हैदराबाद कस्बे से एक हिंदू लड़की का अपहरण किया गया है। अपहृत लड़की का नाम चंद्रा मेहराज है। उसके माता-पिता ने बताया कि उनकी बेटी जब घर वापस लौट रही थी, तब फतेह चौक इलाके से उसका अपहरण किया गया। उन्होने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है, लेकिन अभी तक लड़की का कुछ पता नहीं चला है।
महीने की शुरूआत में मुस्लिम युवकों ने किया था हिंदू लड़की का गैंगरेप
पाकिस्तान में पिछले 15 दिन में ये हिंदू लड़कियों के खिलाफ अपराध का कम से कम पांचवां मामला है। इसी महीने की शुरूआत में सिंध में ही दो मुस्लिम युवकों ने एक 15 वर्षीय हिंदू लड़की का अपहरण करके जंगल में उसका गैंगरेप किया था। इसके बाद वो नाबालिग लड़की को सड़क किनारे फेंक कर भाग गए थे। आरोपी पीड़िता का उसके घर से अपहरण करके अपनी कार में ले गए थे।
सितंबर में सामने आए थे ये मामले
इससे पहले सितंबर के अंत में सिंध में तीन हिंदू लड़कियों का अपहरण कर लिया गया था और इनमें से दो का इस्लाम में धर्म परिवर्तन करके मुस्लिम युवकों के साथ विवाह कर दिया गया था। वहीं 24 सितंबर को नसरपुर इलाके से एक 14 वर्षीय हिंदू लड़की मीणा मेघवार का अपहरण कर लिया गया था, वहीं मीरपुरखास कस्बे में घर लौटते वक्त एक हिंदू लड़की का अपहरण किया गया।
मीरपुरखास में हिंदू शख्स ने लगाया था पत्नी के धर्म परिवर्तन का आरोप
मीरपुरखास में ही रवि कुर्मी नामक एक हिंदू व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि उसकी बीवी राखी का अपहरण कर लिया गया और वह धर्म परिवर्तन करके एक मुस्लिम युवक से शादी करके लौटी। हालांकि स्थानीय पुलिस ने उसके आरोपों से इनकार किया था और कहा था कि उसकी पत्नी ने अपनी मर्जी से मुस्लिम युवक से शादी करके धर्म परिवर्तन किया। इस घटना से तीन महीने पहले भी तीन हिंदू लड़कियों के साथ ऐसी ही हुआ था।
पाकिस्तान की संसदीय समिति ने खारिज कर दिया था धर्म परिवर्तन के खिलाफ विधेयक
बता दें कि पाकिस्तान में आए दिन हिंदुओं पर अत्याचार होते हैं और उन्हें हिंसा और धर्म परिवर्तन जैसे अपराधों का सामना करना पड़ता है। पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान की संसदीय समिति ने जबरन धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने वाले एक विधेयक को खारिज कर दिया था। तब धार्मिक मामलों के मंत्री नूरूल हक कादरी ने कहा था कि अभी धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून बनाने लायक माहौल नहीं है।