महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बारे में दिलचस्प बातें, जो आपको जाननी चाहिए
क्या है खबर?
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 8 सितंबर को निधन हो गया। वह 96 साल की थीं और पिछले कई महीनों से बीमार थीं।
उन्होंने स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में अंतिम सांस ली। बकिंघम पैलेस की ओर से यह जानकारी दी गई है।
अब महारानी के सबसे बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स को ब्रिटेन का नया महाराज नियुक्त किया जाएगा।
आइए, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातों के बारे में जानते हैं।
#1
महारानी का जन्म किसी महल में नहीं हुआ था
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का जन्म 21 अप्रैल, 1926 को हुआ था।
उनका जन्म एक महल में नहीं बल्कि लंदन के एक टाउनहाउस में हुआ था, जो उनके स्कॉटिश नाना-नानी, अर्ल एंड काउंटेस ऑफ स्ट्रैथमोर का था।
महारानी अपने पिता ड्यूक (बाद में किंग जॉर्ज VI) और एलिजाबेथ, यॉर्क की डचेस (बाद में रानी एलिजाबेथ) की पहली संतान और किंग जॉर्ज पंचम की सबसे बड़ी पोती थीं।
#2
महारानी के एक नहीं दो जन्मदिन होते थे
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के दो जन्मदिन होते थे। पहला 21 अप्रैल, 1926 जो उनका वास्तविक जन्मदिन था। दूसरा, जून के दूसरे मंगलवार को एक सार्वजनिक जन्मदिन तौर पर मनाया जाता था।
सार्वजनिक उत्सव द ट्रूपिंग द कलर 250 वर्षों से भी अधिक पुराना है। इसमें सैन्य परिशुद्धता के प्रदर्शन में 1,400 से अधिक सैनिक, 200 घोड़े और 400 संगीतकार शामिल होते हैं, जिसे शाही परिवार के सदस्य बकिंघम पैलेस की बालकनी से देखते हैं।
#3
सबसे लंबे समय तक संभाली ब्रिटेन की सत्ता
महारानी ने करीब 70 सालों तक ब्रिटेन की सत्ता संभाली है।
एजिलाबेथ ने 6 फरवरी, 1952 को केन्या दौरे के दौरान पिता किंग जॉर्ज की मौत के बाद महारानी के रूप में सत्ता संभाली थी।
इसके बाद 6 फरवरी, 2012 को शासन के 60 साल पूरे होने पर उन्होंने डायमंड जुबली मनाई थी।
9 सितंबर, 2015 को वह ब्रिटेन में सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाली पहली महिला बनी थीं।
#4
25 की उम्र में राज्याभिषेक के बाद सात स्वतंत्र राष्ट्रमंडल देशों की प्रमुख बनीं
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को 2 जून, 1953 को मध्य लंदन के वेस्टमिंस्टर एब्बे में ताज पहनाया गया था।
उस वक्त वो 25 साल की थीं और राज्याभिषेक के बाद वो सात स्वतंत्र राष्ट्रमंडल देशों की महारानी बनीं। ये देश यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान और सीलोन (श्रीलंका) थे।
बता दें कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अपनी मृत्यु से पहले राष्ट्रमंडल में शामिल 54 राष्ट्रों की प्रमुख थीं।
जानकारी
14 साल की उम्र में रानी ने बंदूक चलाना सीखा
रानी एलिजाबेथ महज 14 साल की थीं और उन्होंने ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल की टॉमी गन के साथ बंदूक चलाना सीखीं थीं। रानी एलिजाबेथ और उनकी बहन मार्गरेट दोनों ने बकिंघम पैलेस के बगीचों में शूटिंग करना सीखा था।
#5
रानी सेना में सेवा करने वाली पहली और एकमात्र महिला हैं
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय सिर्फ महल में रहने वाली राजकुमारी नहीं थीं।
वो ब्रिटिश शाही परिवार के इतिहास में पहली और एकमात्र महिला हैं, जिन्होंने सेना में भी सेवा की है।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जब वह सिर्फ 18 वर्ष की थीं, तब उन्होंने महिला सहायक क्षेत्रीय सेवा (ATS) में हिस्सा लिया था।
इतना ही नहीं, रानी ने ट्रक के पहियों को बदलना, कार के इंजन के साथ अन्य चीजों को भी ठीक करना सीखा था।
जानकारी
ई-मेल भेजने वाली पहली सम्राट
साल 1976 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ई-मेल भेजने वाली पहली रॉयल बनी थीं। 26 मार्च, 1976 को जब एलिजाबेथ इंग्लैंड में एक दूरसंचार अनुसंधान केंद्र का दौरा करने गईं थीं तो उन्होंने वहां ARPANET का उपयोग करके एक ई-मेल भेजा था।
#8
रानी कभी स्कूल नहीं गईं
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय कभी स्कूल नहीं गईं और उन्हें सबसे अच्छी शिक्षा महल में ही दी जाती थी।
उन्हें और उनकी बहन दोनों को घर पर ही शिक्षित किया गया था।
दोनों राजकुमारियों को उनकी मां और उनके शासन, मैरियन क्रॉफर्ड की देखरेख में शिक्षित किया गया था। उन्हें इतिहास, भाषा, साहित्य और संगीत पर केंद्रित पाठ पढ़ाया जाता था।
#9
रानी को न पासपोर्ट की जरूरत न ही ड्राइविंग लाइसेंस की
शाही परिवार में सभी को पासपोर्ट की जरूरत होती है, लेकिन महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को पासपोर्ट की जरूरत नहीं होती थीं।
दरअसल, महारानी के नाम पर ही ब्रिटिश पासपोर्ट जारी किया जाता है, इसलिए उनका खुद का कोई पासपोर्ट नहीं था।
इसके अलावा, महारानी को इंग्लैंड में कार चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस की भी आवश्यकता नहीं होती है। शाही विशेषाधिकार के तहत देश के सम्राट को ये विशेष अधिकार दिए जाते हैं।
जानकारी
सबसे ज्यादा उम्र तक जिंदा रहने वालीं महारानी
एलिजाबेथ द्वितीय सबसे ज्यादा उम्र तक जिंदा रहने वाली महारानी रहीं। 81 साल की उम्र में दिवंगत हुईं रानी विक्टोरिया दूसरे स्थान पर रहीं। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस के मुताबिक, एलिजाबेथ की राष्ट्रमंडल समूह के सबसे ज्यादा देशों के सिक्कों पर तस्वीर रही हैं।