बच्चे को बचाने के लिए ख़ुद की जान दाँव पर लगाकर तेंदुए से भिड़ गई माँ
कई बार हमारे सामने कुछ ऐसी घटनाएँ आती हैं, जिनके बारे में सुनकर ख़ुद के कानों पर यकीन नहीं होता है। अक्सर आपने सुना होगा कि माँ अपने बच्चों को बचाने के लिए ख़ुद की भी जान दाँव पर लगा देती है। हाल ही में एक ऐसी ही घटना सामने आई है, जिसमें एक महिला ने तेंदुए के हमले से बच्चे को बचाने के लिए अपनी जान को भी ख़तरे में डाल दिया। हालाँकि अब बच्चा सुरक्षित है।
महिला के साहस की हर जगह हो रही है चर्चा
जानकारी के अनुसार, यह दिल दहला देने वाली घटना महाराष्ट्र के पुणे के पिंपरी चिंचवाड़ की है। वहाँ एक परिवार खेत में ही सो रहा था। उसी समय उनपर अचानक एक तेंदुए ने हमला कर दिया। तेंदुआ दंपति के बच्चे को उठाकर ले जाने की फ़िराक में था। लेकिन बच्चे की माँ ने अपनी जान को दाँव पर लगाकर तेंदुए का डटकर सामना किया और अपने बच्चे की जान बचाई। महिला के साहस की हर जगह चर्चा हो रही है।
तेंदुए ने बच्चे को सिर से पकड़कर खींचना शुरू किया
यह घटना पुणे जिले के जुन्नार तालुका में ढोलवाड गाँव में बृहस्पतिवार की रात को उस समय घटी, जब गन्ने के खेत के नज़दीक दीपाली अपने पति और 18 महीने के बेटे ज्ञानेश्वर के साथ सो रही थी। दीपाली ने बताया, "रात में जब हम सो रहे थे, तब तेंदुए ने मेरे बेटे ज्ञानेश्वर को सिर से पकड़कर खींचना शुरू कर दिया। हलचल महसूस करके मैं और मेरे पति जाग गए और अपने बेटे को बचाने की कोशिश की।"
बच्चे के चेहरे और आँख पर आई है चोट
दीपाली ने बताया कि उसने अपने बेटे के पैर को पकड़ लिया और उसके पति ने शोर मचाना शुरू कर दिया, साथ ही वह तेंदुए पर प्रहार भी कर रहे थे। शोर सुनकर मौके पर मदद के लिए लोग पहुँच गए। यह देखकर तेंदुआ वहाँ से भाग गया। तेंदुए के हमले की वजह से ज्ञानेश्वर के चेहरे और आँख में चोट आई है। दीपाली ने आगे बताया कि बच्चे का अस्पताल में इलाज चल रहा है।