घर में लगे नकली पौधों पर पड़ोसियों ने जताई आपत्ति, पुलिस बुलाने की दी धमकी
पड़ोसियों के बीच अक्सर किसी न किसी बात पर विवाद होते रहते हैं, लेकिन एक रेडिट यूजर ने उसके पड़ोसियों के उसके घर में लगे नकली पौधों पर आपत्ति जताने की जानकारी दी है। पोस्ट के अनुसार, महिला के पड़ोसियों ने उसे गुमनाम पत्र लिखा है, जिसमें उसे उसके बरामदे में लगे नकली फूल और पौधों को दो दिन के अंदर हटाने की चेतावनी दी गई है। ऐसा न करने पर महिला को पुलिस बुलाने की धमकी दी गई है।
क्या है पूरा मामला?
रेडिट पर सोमवार को @HedgehogSmoothie नाम के अकाउंट से एक गुमनाम पत्र की तस्वीर शेयर की गई। पोस्ट शेयर करते हुए महिला ने लिखा, 'ये खराब तरीके से लिखा पत्र मेरे पड़ोसियों ने मुझे मेरे ही घर पर लगे पौधों को हटाने के लिए भेजा है।' पत्र में पड़ोसियों ने महिला को दो दिन के अंदर नकली पौधों की सजावट नहीं हटाने पर मुकदमा करने की चेतावनी दी है।
पड़ोसियों ने पत्र में क्या लिखा?
पड़ोसियों ने पत्र पर लिखा, 'ये पौधे असली नहीं है, सिर्फ सजावट के तौर पर लगाए गए हैं। यह हमारे घरों और क्षेत्र को बेहद खराब तरीके से प्रदर्शित कर रहे हैं। नकली फूलों की वजह से उन लोगों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है जो अपनी संपत्ति बेचना चाहते हैं।' पड़ोसियों ने आगे कहा कि नकली पौधे हटाने के लिए दो दिन का समय है और ऐसा नहीं करने पर सभी पड़ोसी मिलकर इस मुद्दे पर कानूनी कार्रवाई करेंगे।
पोस्ट पर यूजर्स कर रहे मजेदार कमेंट्स
रेडिट पर यह गुमनाम पत्र काफी वायरल हो रहा है। करीब 10 लाख से अधिक यूजर्स ने पोस्ट पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने लिखा, 'वाह... बहुत खूब। इन्हें लगता है कि पुलिस इस मामले पर ध्यान देगी।' दूसरे यूजर ने लिखा, 'बेवकूफ लोगों का कुछ नहीं हो सकता है। पुलिस के पास करने के लिए इससे बेहतर और ज्यादा जरूरी काम भी हैं।' तीसरे यूजर ने लिखा, 'पत्र भेजना था तो त्रुटियां तो सही कर लेनी थी।'
भाजपा नेता ने बकरी के कारण की थी पड़ोसी की हत्या
इससे पहले उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में दो पड़ोसियों के बीच हुए मामूली विवाद में हत्या कर दी गई थी। यहां मुस्तकीन अहमद के घर की बकरी भाजपा के नगर पालिका अध्यक्ष कुमार जायसवाल के घर पर चली गई थी, जिसकी वजह से दोनों के बीच तीखी बहस हुई। इसी बात पर गुस्साए जायसवाल ने आधी रात को अपने समूह के साथ मिलकर अहमद के घर में घुसकर पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी थी।