पश्चिम बंगाल: 9 महीने तक गर्भावस्था से अंजान महिला पहुंची अस्पताल, दिया बच्चे को जन्म
पश्चिम बंगाल से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला पेट दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंची तो जांच में पता चला कि वह 9 महीने की गर्भवती है। यह बात जानकर महिला और उसके परिवार वाले दंग रह गए क्योंकि उन्हें पिछले 9 महीनों से महिला में गर्भावस्था के कोई लक्षण नहीं दिखे थे, इसलिए सभी इस बात से अंजान थे। आइये पूरा मामला विस्तार से समझते हैं।
क्या है मामला?
यह मामला पूर्वी बर्धमान जिले का है। यहां रहने वाली 20 वर्षीय प्रिया क्षेत्रपाल पेट दर्द की शिकायत लेकर कालना महकुमा अस्पताल पहुंचीं। डॉक्टर ने जैसे ही उनकी जांच की तो पता चला कि वो 9 महीने की गर्भवती हैं और यह दर्द प्रसव पीड़ा का है। डॉक्टर की ये बात सुनकर प्रिया समेत उनके परिवार वाले हैरान रह गए क्योंकि उन्हें पिछले 9 महीनों में गर्भावस्था के कोई लक्षण नहीं दिखे।
पेट बढ़ने पर समझ लिया सूजन की दिक्कत
परिवार के मुताबिक, कुछ महीनों पहले प्रिया का पेट बढ़ने लगा था, लेकिन जब उन्होंने डॉक्टर से जांच करवाई तो उन्होंने इसे सूजन और एसिडिटी बताया था। इसके बाद जब प्रिया का पेट और बढ़ने लगा तो उन्हें ट्यूमर की आशंका हुई। इसके बाद उन्होंने दोबारा जांच करवाई तो ट्यूमर भी नहीं निकला। ऐसे में प्रिया समेत परिवार ने मान लिया कि उनके पेट में गैस और एसिडिटी के कारण सूजन ही है।
प्रिया ने बेटे को दिया जन्म
जानकारी के मुताबिक, 17 नवंबर को प्रिया के पेट में अचानक पेट में बहुत तेज दर्द होने लगा, जिसके बाद वह अस्पताल गईं। हालांकि, वहां पहुंचकर जब उन्हें खुद के गर्भवती होने की जानकारी मिली और पता चला कि उन्हें जो दर्द महसूस हो रहा है वो प्रसव पीड़ा है तो उनके होश ही उड़ गए। इसके बाद प्रिया ने एक बेटे को जन्म दिया। बता दें कि प्रिया का पहले से भी डेढ़ साल का एक बेटा है।
डॉक्टर ने क्या कहा?
इस मामले में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पीयूष कांति ने बताया कि प्रिया 9 महीने की गर्भवती थी, फिर भी उन्हें हर महीने मासिक धर्म होता रहा और उनमें गर्भावस्था से संबंधित कोई लक्षण नहीं दिखें। उन्होंने आगे कहा, "हम इसे गुप्त गर्भावस्था कहते हैं। इसमें गर्भावस्था के लक्षण नहीं दिखते हैं, लेकिन 20 हफ्ते बाद इसका पता चल जाता है। मौजूदा वक्त में ऐसे मामले कम देखने को मिलते हैं। फिलहाल प्रिया और उनका बच्चा स्वस्थ हैं।"