महिला ने फेंक दी बॉयफ्रेंड के 6,000 करोड़ रुपये की कीमत वाले बिटकॉइन की हार्ड ड्राइव
यूनाइटेड किंगडम (UK) के वेल्स शहर के निवासी जेम्स हॉवेल्स ने क्रिप्टोकरेंसी के लोकप्रिय होने की शुरुआत में बिटकॉइन जमा किए थे। हालांकि, उनकी उस समय की गर्लफ्रेंड ने गलती से इन बिटकॉइन वाली हार्ड ड्राइव को कचरे में फेंक दिया था। आज के समय में उनकी कीमत 6,000 करोड़ रुपये से भी अधिक है, जिन्हें दोबारा हासिल करने के लिए जेम्स कड़ी मशक्कत कर रहे हैं। इसी बीच उनकी एक्स गर्लफ्रेंड का इस मामले में बयान सामने आया है।
जेम्स के कहने पर ही फेंकी थी हार्ड डिस्क- हल्फिना
महिला का नाम हल्फिना एड़ी एवंस है, जो जेम्स के बच्चों की मां भी हैं। उन्होंने चुप्पी तोड़ते हुए बताया कि उन्होंने बिटकॉइन वाली हार्ड डिस्क अनजाने में फेंक दी थी। उन्होंने 9-10 साल पहले जेम्स के कहने पर ही ऐसा किया था। हल्फिना ने बताया, "जेम्स ने मुझसे कहा कि मेरे कमरे में कुछ काले थैले रखे हैं। उन्हें ले जाकर फेंक दो।" हल्फिना के मुताबिक वह यह भी नहीं जानती थीं कि थैलियों में क्या रखा हुआ है।
हल्फिना चाहती हैं जेम्स को मिल जाए उनकी हार्ड डिस्क
हल्फिना कहती हैं कि इतने अधिक कीमत वाले बिटकॉइन गवांने में उनकी कोई गलती नहीं है, क्योंकि उन्हें इस बात का पता नहीं था की उन्होंने क्या फेंका है। वह चाहती हैं कि जेम्स को जल्द से जल्द उनकी हार्ड डिस्क मिल जाए। हल्फिना ने कहा, "मैं आशा करती हूं कि उन्हें हार्ड डिस्क मिल जाए। ऐसा नहीं है कि मुझे उनके पैसे चाहिए। हालांकि, मिल जाने पर उनका मुंह बंद हो जाएगा।"
एक लाख टन कचरे में दबी है जेम्स की हार्ड डिस्क
जेम्स ने 2009 में 8,000 बिटकॉइन खरीदे थे। उस वक्त उन्हें इनकी कीमत का अंदाजा नहीं था और उन्होंने हल्फिना के कहने पर बिटकॉइन खरीदना बंद कर दिया था। इसके बाद जेम्स के लैपटॉप पर नींबू पानी गिर गया था, जिससे वह खराब हो गया था। उन्होंने लैपटॉप की फाइल्स हार्ड डिस्क में कॉपी करके उसे भी पुराने सामान की थैली में रख दिया था। उनका मानना है कि उनकी हार्ड डिस्क एक लाख टन कचरे में दबी है।
जेम्स कर रहे हैं परिषद पर मुकदमा
जेम्स चाहते हैं कि परिषद उन्हें उस जगह की खुदाई करके हार्ड डिस्क ढूंढने की अनुमति दे दे, जिस स्थान पर कचरा पड़ा हुआ है। हालांकि, उनके बार-बार अनुरोध करने के बाद भी परिषद उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं दे रहा है। उनके मुताबिक ऐसा करना संभव नहीं है और इससे पर्यावरण को नुकसान होगा। जेम्स परिषद पर 5,000 करोड़ रुपये के हर्जाने का मुकदमा कर रहे हैं और इस मामले की अगली सुनवाई 3 दिसंबर को होगी।