इस 'मौत के आइलैंड' पर जाना प्रतिबंधित है, जानें इसके पीछे की कहानी
दुनिया में कई ऐसी जगहें और आइलैंड हैं, जो अपनी ख़ूबसूरती के लिए प्रसिद्ध हैं। हालाँकि, कई जगहें और आइलैंड, ख़ूबसूरत होने के बाद भी प्रतिबंधित है। एक ऐसा ही आइलैंड है, जो बहुत ज़्यादा ख़ूबसूरत होने के बाद भी प्रतिबंधित है। इस आइलैंड की गिनती दुनिया के सबसे ख़तरनाक आइलैंड में होती है। इस वजह से इस आइलैंड को 'मौत के आइलैंड' के नाम से जाना जाता है। आइए जानें इस आइलैंड के ख़तरनाक होने के पीछे की वजह।
आइलैंड पर प्लेग के मरीज़ों को मरने के लिए छोड़ा जाता था
हम जिस आइलैंड की बात कर रहे हैं, वह इटली के वेनीसिया झील के उत्तर में स्थित है। इस आइलैंड को पोवेग्लिया आइलैंड के नाम से जाना जाता है। इस आइलैंड पर जाने का मतलब है मौत। कहा जाता है कि जो भी इस आइलैंड पर जाता है, वह कभी जिंदा लौटकर वापस नहीं आता सैकड़ों साल पहले प्लेग के मरीज़ों को मरने के लिए लाकर यहाँ छोड़ा जाता था और मरने के बाद उन्हें वहीं दफ़ना दिया जाता था।
इटली सरकार ने 1960 में एक व्यक्ति को बेच दिया आइलैंड
यह भी कहा जाता है कि एक बार इस आइलैंड पर प्लेग के मरीज़ों की संख्या बहुत ज़्यादा बढ़ गई थी, जिसके बाद लगभग 1.6 लाख मरीज़ों को आइलैंड पर जिंदा जला दिया गया था। उसके बाद से इस आइलैंड को भूतिया माना जाने लगा और यह पूरी तरह से वीरान हो गया। इसके बाद कई सालों तक आइलैंड बंद रहा। कई सालों तक बंद रहने के बाद इटली सरकार ने इसे 1960 में एक व्यक्ति को बेच दिया।
असामान्य घटनाओं की वजह से आइलैंड छोड़कर भाग गया परिवार
ख़बरों के अनुसार, व्यक्ति और उसका परिवार आइलैंड पर कुछ ही दिन रह पाया, क्योंकि वहाँ असामान्य घटनाएँ होती थीं। इसके बाद व्यक्ति और उसका परिवार आइलैंड छोड़कर कहीं और चला गया। इसके बाद एक और व्यक्ति आइलैंड पर रहने के लिए गया और उसके साथ भी कुछ असामान्य घटनाएँ घटीं और वो भी वहाँ से भाग गया। उसके बाद से इस आइलैंड पर जाने की किसी की हिम्मत नहीं हुई और तब से यह आइलैंड वीरान है।
मछली पकड़ने वाले मछुआरे भी नहीं फटकते आइलैंड के आस-पास
आइलैंड का ख़ौफ़ लोगों में इस तरह बस गया है कि मछुवारे भी आइलैंड के आस-पास मछली पकड़ने के लिए नहीं फटकते हैं। अगर गलती से कोई मछुआर आइलैंड के पास चला भी गया तो उसके जाल में केवल इंसानों की हड्डियाँ ही फँसती हैं।