भारत में बारिश न होने पर किए जाते हैं ये विचित्र रीति-रिवाज, जानकार होगी हैरानी
मानसून का मौसम अपने साथ मन को लुभाने वाली बारिश ले कर आता है, जिसके जरिए जन-जीवन और पेड़-पौधे तारो-ताजा हो उठते हैं। हालांकि, क्या अपने कभी सोचा है मानसून में बरसात ही न हो तो क्या करना चाहिए? दरअसल, भारत में बारिश करवाने के लिए लोग तरह-तरह के विचित्र रिवाज अपनाते हैं, जिनके बारे में सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। आइए बरसात न होने पर देश में की जाने वाली 5 प्रथाओं के बारे में जानते हैं।
जानवरों की शादी करवाना
असम और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बरसात करवाने के लिए मेंढक और मेंढकी की पूरे विधि-विधान के साथ शादी कराई जाती है। ऐसा माना जाता है कि अगर मेंढकों का यह जोड़ा साथ रहा, तो जल्द बारिश हो जाएगी। इसके बाद इस नवविवाहित जोड़े को आसमान की ओर उठाया जाता है, जिससे भगवान उन्हें देख सकें। वहीं, कर्नाटक में वर्षा के देवता को खुश करने के लिए मेंढकों की जगह गधों की शादी करवाई जाती है।
लड़कों का कीचड़ में लोटना
उत्तर प्रदेश के शहर इलाहाबाद में बारिश बुलाने के लिए एक बेहद विचित्र रिवाज किया जाता है। अब प्रयागराज नाम से पहचाने जाने वाले इस शहर में युवा लड़के कीचड़ में लोटकर वर्षा देवता को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। सभी लड़के नग्न होकर या केवल शॉर्ट्स पहनकर कीचड़ में लेटते हैं और हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं। वे वर्षा देव से कहते हैं, "हम पर दया करें और बारिश का वरदान दें।"
गुड्डे-गुड़िया की शादी करवाना
बचपन में सभी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर गुड़िया-गुड्डे की शादी करवाई होगी, जो एक मजेदार खेल हुआ करता था। हालांकि, पिछले साल कर्नाटक के रहने वाले कुछ लोगों ने बरसात न होने पर परेशान होकर गुड्डे-गुड़िया की शादी करवाई थी। उनका मानना था कि ऐसा करने के एक हफ्ते बाद ही बारिश हो जाएगी। शादी के दौरान गुड़िया और गुड्डे को पारंपरिक पोशाकों में सजाया गया था और संगीत, मेहंदी, हल्दी जैसे सभी समारोह आयोजित किए गए थे।
मुर्दों की प्यास बुझान
बरसात बुलाने के लिए किए जाने वाले ज्यादातर रिवाज पुराने समय के हैं। हालांकि, एक ऐसा रिवाज भी है, जो नए समय में अपनाया गया है। कर्नाटक के विजयपुरा गांव के गांववासियों ने कुछ साल पहले सूखा पड़ने पर नई प्रथा शुरू की। उनका मानना था कि हाल ही में दफनाए गए बूढ़े आदमी की प्यास न बुझने के कारण ही बारिश नहीं हो रही है। तब गांववासियों ने 26 मुर्दों के मुंह में पाइप डालकर उन्हें पानी पिलाया था।