उत्तर प्रदेश: 7 साल पहले मृत घोषित किशोरी हाथरस में जिंदा मिली, DNA टेस्ट होगा
उत्तर प्रदेश से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पर सोमवार को पुलिस ने अलीगढ़ कोर्ट में एक लड़की पेश की जिसकी सात साल पहले हत्या कर दी गई थी। इस लड़की की हत्या के आरोप में विष्णु नामक शख्स पिछले सात साल से जेल की सजा भी काट रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लड़की ने अपने प्रेमी के साथ भागकर शादी कर ली थी। आइए मामले के पीछे की पूरी कहानी जानते हैं।
अपहरण के वक्त 10वीं कक्षा में पढ़ती थी लड़की
17 फरवरी, 2015 को गोंडा में 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इस मामले में विष्णु को आरोपी बनाया गया था। पुलिस की छानबीन के बाद भी किशोरी का कोई सुराग नहीं मिला और फिर कुछ महीनों बाद आगरा में एक किशोरी का शव मिला। लड़की के पिता ने कपड़ों के आधार पर शव की पहचान अपनी बेटी के रूप में की और विष्णु पर हत्या का आरोप लगाया।
विष्णु ने स्वीकार किया था अपहरण और हत्या का जुर्म
इसके बाद किशोरी के अपहरण और हत्या के आरोप में 25 दिसंबर, 2015 को चार्जशीट दाखिल करके विष्णु को जेल भेज दिया गया। पुलिस के मुताबिक, विष्णु पेशेवर अपराधी है और उसने उस वक्त किशोरी को अपने साथ ले जाने और उसकी हत्या करने की बात स्वीकार की थी। हालांकि अब यह कहा जा रहा है कि विष्णु आगरा के एत्माद-उद-दौला इलाके में एक घटना को अंजाम देने के बाद लड़की को वहीं छोड़कर फरार हो गया था।
हाथरस में अपने पति और बच्चों के साथ रह रही थी लड़की
इंडिया टुडे के मुताबिक, मामले का खुलासा तब हुआ जब विष्णु की मां सुनीता ने गोंडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कलानिधि नैथानी से मुलाकात की और कहा कि उनका बेटा एक लड़की के अपहरण और हत्या के आरोप में जेल में बंद है, लेकिन वह लड़की जीवित है और उसके दो बच्चे हैं। इसके बाद SSP ने थानाध्यक्ष को जांच के निर्देश दिए और फिर पुलिस ने लड़की को हाथरस से बरामद कर लिया।
पुलिस ने कोर्ट से मांगी लड़की के DNA टेस्ट की इजाजत
लड़की के पकड़े जाने के बाद विष्णु की मां ने बेटे को निर्दोष बताते हुए आरोपी लड़की के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की। इसके बाद पुलिस ने सोमवार को लड़की को कोर्ट में पेश किया और उसके DNA टेस्ट की इजाजत मांगी। इस मामले में अभी तक कई सवालों के जवाब नहीं मिले हैं, ऐसे में पुुलिस सभी पक्षों से गहनता से पूछताछ कर रही है। यह भी साफ नहीं कि विष्णु ने अपराध स्वीकार क्यों किया था।