इंग्लैंड: ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट में 59 बार फेल हुआ व्यक्ति, बनाया यह अनचाहा रिकॉर्ड
क्या है खबर?
ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने से पहले लोगों को थ्योरी टेस्ट पास करना जरूरी होता है।
कुछ लोग इसे पहली बार में पास कर लेते हैं तो कुछ को ज्यादा प्रयास करने पड़ते हैं, लेकिन इंग्लैंड में एक व्यक्ति इसे 59 बार में भी पास नहीं कर पाया।
इसके चलते वह परेशान रहा और आखिरकार 60वें प्रयास में वह यह टेस्ट पास कर पाया। इस पूरी प्रक्रिया में उसके करीब 1.5 लाख रुपये भी लग गए।
मामला
क्या है मामला?
यह मामला वॉर्सेस्टरशायर के रेडडिच का है। यहां एक परीक्षण केंद्र में एक अज्ञात व्यक्ति ने 60वीं बार में 60 घंटे और 1.45 लाख रुपये खर्च करने के बाद ड्राइविंग सीखने के लिए थ्योरी टेस्ट में सफलता पाई है।
इससे पहले वो 59 बार यह टेस्ट दे चुका था, लेकिन उन सभी में वह विफल रहा।
ऐसे में उस व्यक्ति ने ब्रिटेन में अब तक ड्राइविंग के लिए दिए गए थ्योरी टेस्ट के सबसे ज्यादा प्रयासों का रिकॉर्ड बनाया है।
बयान
व्यक्ति के पैसे जरूरत से ज्यादा हो गए खर्च- कैमिला
इस मामले में AA ड्राइविंग स्कूल की प्रबंध निदेशक कैमिला बेनित्ज ने बातचीत की है। उन्होंने गाड़ी सीखने वाले व्यक्तियों को टेस्ट की तैयारी में मदद करने के लिए एक ऐप लॉन्च की है।
उन्होंने कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं है कि थ्योरी टेस्ट काफी मुश्किल होता है और इसमें पास होने के लिए लोगों का जज्बा शानदार है, लेकिन सही तरीकों की मदद से सफल होने के लिए इतनी कीमत नहीं चुकानी पड़ती।"
बयान
"थ्योरी टेस्ट को कम आंकने की गलती न करें"
कैमिला ने आगे बताया, "टेस्ट देने से पहले हमारे अंदर एक घबराहट-सी होती है, जो टेस्ट में एक भूमिका निभाती है। हालांकि, आपको यह समझना होगा कि टेस्ट में क्या-क्या चीजें पूछी जायेंगी।"
उन्होंने कहा, "थ्योरी टेस्ट को कम आंकना और यह सोचना कि बिना किसी प्रयास आप इसमें पास हो सकते हैं तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। रिवीजन करके ही आप इसमें सफलता पा सकते हैं। इसमें हमारे टेस्ट वाले ऐप्स लोगों की मदद करते हैं।"
टेस्ट
कैसे होता है टेस्ट?
ब्रिटेन में प्रत्येक थ्योरी टेस्ट के प्रयास के लिए 2,430 रुपये लगते हैं और इसमें लगभग 1 घंटे का समय लगता है।
इस टेस्ट में 50 बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं, जिनमें से 43 के सही उत्तर देना जरूरी है।
इसके बाद व्यक्ति को 14 खतरनाक ड्राइविंग स्थितियां की वीडियो दिखाई जाती है, जिसमें समय पर खतरों का अनुमान लगाने की क्षमता का मूल्यांकन किया जाता है।
इसमें पास होने के लिए 75 में से 44 अंक लाना जरूरी है।
अन्य मामला
इस महिला को 960वें बार में मिला था लाइसेंस
दक्षिण कोरिया से भी ऐसा ही एक मामला सामने आ चुका है। यहां एक महिला ने 18 सालों में 960 बार टेस्ट दिया, तब जाकर वह पास हुई।
चा सा-सून नामक इस महिला ने सबसे पहले 2005 में टेस्ट दिया, लेकिन वह उसमें फेल हो गईं।
हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और टेस्ट देती रहीं, जिसमें उनके 11 लाख से ज्यादा रुपये खर्च हो गए।
इसके बाद आखिरकार 69 साल की उम्र में उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस मिल ही गया।