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तुर्की: पुरातत्वविदों के हाथ लगी पुश्तैनी वस्तु, खोज निकाली 15वीं शताब्दी की शॉपिंग रसीद 
तुर्की में मिली हजारों साल पुरानी शॉपिंग रसीद

तुर्की: पुरातत्वविदों के हाथ लगी पुश्तैनी वस्तु, खोज निकाली 15वीं शताब्दी की शॉपिंग रसीद 

लेखन सयाली
Aug 13, 2024
11:17 am

क्या है खबर?

तुर्की में भूकंप के बाद बहाली का कार्य पूरा कर रहे पुरातत्वविदों को एक बेहद पुश्तैनी वस्तु मिली है। इस वस्तु के खोजे जाने के बाद से ही यह चर्चा का विषय बन गई है। दरअसल, पुरातत्वविदों ने बहाली कार्य के दौरान हजारों साल पुरानी शॉपिंग रसीद खोज निकाली है। इसे 15वीं शताब्दी ईसा पूर्व की अक्कादियन क्यूनिफॉर्म पट्टिका बताया जा रहा है। आइए इस हजारों साल पुरानी शॉपिंग की सूची के विषय में विस्तार से जानते हैं।

रसीद

इस रसीद पर है लकड़ी के फर्नीचर की खरीद का रिकॉर्ड 

यह पुश्तैनी शॉपिंग रसीद तुर्की के अचना होयुक में पाई गई है। इस जगह को एस्की अलालाह के नाम से जाना जाता है। यह एक मिट्टी से बनी छोटी-सी टैबलेट जैसी दिखाई देती है। इस पर 15वीं शताब्दी का एक प्रशासनिक रिकॉर्ड या एक रसीद अंकित है। इस पर हजारों साल पुरानी फर्नीचर की खरीदारी की एक लंबी सूची लिखी हुई है। बताया जा रहा है कि रसीद पर लकड़ी की मेज, कुर्सियां और स्टूल की खरीद का रिकॉर्ड है।

लेखन शैली 

इस शॉपिंग रसीद में नहीं हुआ है अक्षरों का इस्तेमाल

लंदन के ब्रिटिश संग्रहालय ने इस वस्तु के बारे में कहा कि इस रसीद पर क्यूनिफॉर्म लिपि का इस्तेमाल हुआ है, जो लिखने का एक तरीका है। यह वर्णमाला से अलग होती है। संग्रहालय की वेबसाइट पर कहा गया है, "इसमें कोई अक्षर नहीं हैं। इसके बजाय इसमें 600 से 1,000 चरित्रों को अंकित किया गया है, जिससे शब्द को बनाया गया है।"

माप

4.2 से 3.5 सेंटीमीटर है इस वास्तु का माप

तुर्की गणराज्य के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री के अनुसार, इस अवशेष का माप 4.2 से 3.5 सेंटीमीटर है। साथ ही इसकी मोटाई करीब 1.6 सेंटीमीटर है। तुर्की के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री मेहमत नूरी एर्सोय ने सोशल मीडिया पर भी इस ऐतिहासिक खोज के बारे में बताया था। उन्होंने लिखा, 'हमारा मानना ​​है कि 28 ग्राम वजन वाली यह सूची कांस्य युग के अंत की आर्थिक संरचना और राज्य प्रणाली को समझने के लिए एक नई संभावना प्रदान करेगी।'

जानकारी

भाषा के विशेषज्ञ करेंगे इस वस्तु की जांच

मेहमत नूरी एर्सोय ने कहा कि भाषा के विशेषज्ञ यह पता लगाने के लिए अपना काम जारी रखेंगे कि कितने फर्नीचर खरीदे गए। साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि इन वस्तुओं को किसने खरीदा था।