यह है दुनिया का सबसे अमीर गांव, आने-जाने के लिए हेलिकॉप्टर इस्तेमाल करते हैं लोग
आपने अमीर शहरों के बारे में सुना होगा। जहां करोड़पति लोगों के पास आलीशान घर, महंगी गाड़ियां होती हैं और वो कहीं जाने के लिए हवाई यात्रा करते हैं। लेकिन अगर बात गांव की करें तो कोई यकीन नहीं करेगा कि दुनिया में एक ऐसा भी गांव है, जहां लोग महंगी गाड़ी की जगह हेलीकाॅप्टर से पड़ाेसियों के घर जाते हैं और उनके पास करोड़ों नहीं बल्कि अरबों की संपति है। आइए ऐसे गांव के बारे में जानते हैं।
दुनिया का सबसे अमीर गांव हॉक्सी
चीन के जियांग्सू प्रांत में 1960 में बसा हॉक्सी गांव दुनिया में सबसे अमीर गांव है। इसमें शहरों की तरह प्रत्येक सुविधा मिलती है। यहां लगभग 2,000 लोग रहते हैं। यहां रहने वाला हर व्यक्ति खेती से हर साल लगभग 90 लाख रुपये से ज्यादा कमाता है। यहां हर परिवार को गांव में रहने पर अथाॅरिटी की तरफ से कार और आलीशान घर दिया गया है, लेकिन गांव छोड़कर जाने की सूरत में ये सभी चीजें वापस देनी पड़ती हैं।
आने-जाने के लिए हेलीकाॅप्टर का उपयोग
'सुपर विलेज' कहलाने वाले इस गांव में एक 72 मंजिला इमारत बनी हुई हैं जिसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। यहां थीम पार्क, सड़कों पर साफ-सफाई, गांव की खूबसूरती और हर दूसरे मिनट हेलीकाॅप्टर उड़ान भरता नजर आता है। लोग कहीं आने-जाने के लिए हेलीकाॅप्टर का उपयोग करते हैं। गांव में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के खाते में लगभग 1.50 करोड़ रुपये जमा रहते हैं। यहां करोड़ों की कम्पनियां चल रही हैं, जिनमें स्टील और शिपिंग मुख्य हैं।
गांव को फर्श से अर्श तक मिलकर पहुंचाया लोगों ने
सन् 1960 में बसे इस गांव की हालत बहुत खराब थी। उस समय गांव को फर्श से अर्श तक पहुंचाने में वू रेनबाओ नामक व्यक्ति का नाम सामने आता है। इन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी के लोकल सेक्रेटरी के पद पर काम करते हुए गांव का समृद्धि प्लान तैयार किया। उन्होंने लोगों को रोजगार देने के लिए फर्टिलाइजर स्प्रे कैन फैक्ट्री का निर्माण करवाया और बेरोजगारों को काम देकर आर्थिक मदद की और मुनाफे को गांव की सुख-सुविधा पर खर्च किया।
गांव के 80 प्रतिशत लोग देते हैं टैक्स
हॉक्सी गांव के लगभग 80 प्रतिशत लोग टैक्स भरते हैं, जिसके बदले उन्हें आलीशान घर, लग्जरी कार, सैर के लिए हेलीकाॅप्टर, महंगे होटल में डिनर की सुविधाएं दी जाती हैं। इस गांव के सभी घरों को एक जैसे तैयार किया गया है, जिन्हें दूर से देखने पर होटल की तरह दिखाई देते हैं। यहां रहने वाली 50 साल से अधिक उम्र की महिलाओं और 55 साल से अधिक के पुरुषों को पेंशन दी जाती है।