कुंभ मेले पर स्टीव जॉब्स का पत्र 4 करोड़ रुपये में हुआ नीलाम, क्या लिखा था?
क्या है खबर?
ऐपल कंपनी के सह-संस्थापक दिवंगत स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ में भाग लेने के लिए भारत आई हुई हैं।
इसी बीच जॉब्स द्वारा साल 1974 में लिखा गया एक हस्तलिखित पत्र सुर्खियां बटोर रहा है, जिसमें उन्होंने कुंभ मेले के लिए भारत आने की योजना के बारे में लिखा था।
यह पत्र हाल ही में एक नीलामी के दौरान 5,00,312 डॉलर (लगभग 4.32 करोड़ रुपये) में बिका।
नीलामी
किस नीलामी घर द्वारा नीलाम किया गया पत्र?
जॉब्स द्वारा कुंभ पर लिखे गए पत्र को लंदन के नीलामी घर बोनहम्स ने ऑनलाइन नीलाम किया है।
बोनहम्स ने बताया कि जॉब्स के 19वें जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले पोस्टमार्क किया गया यह पत्र उनके बचपन के दोस्त टिम ब्राउन के नाम था, जिसमें जॉब्स ने जैन बौद्ध धर्म के बारे में बात करने के साथ कुंभ मेले के लिए भारत आने की इच्छा साझा की थी।
पत्र
पत्र में क्या लिखा था?
जॉब्स ने पत्र में कुंभ मेले को लेकर लिखा है, "मैं अब लॉस गैटोस और सांता क्रूज के बीच पहाड़ों में एक खेत में रह रहा हूं। मैं कुंभ मेले के लिए भारत जाना चाहता हूं, जो अप्रैल में शुरू होता है। मैं मार्च में किसी समय जाऊंगा, हालांकि मैं अभी तक इसको लेकर वास्तव में निश्चित नहीं हूं।"
जॉब्स ने पत्र के अंत में "शांति, स्टीव जॉब्स" लिखा था।
जॉब्स
जॉब्स को था भारत की संस्कृति और आध्यात्मिकता से लगाव
इस पत्र को लिखने के बाद जॉब्स उत्तराखंड में स्थित नीम करोली बाबा के आश्रम गए थे, लेकिन नैनीताल पहुंचने पर उन्हें पता चला कि नीम करोली बाबा की पिछले साल यानी 1973 में मृत्यु हो गई थी।
इसके बाद वह कैंची धाम में आश्रम में रहे और नीम करोली बाबा की शिक्षाओं से सांत्वना प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने भारत में 7 महीने बिताए और खुद को पूरी तरह से यहां की संस्कृति और आध्यात्मिकता में डुबो दिया।
इच्छा
जॉब्स की पुरानी इच्छा को पूरा करने के लिए महाकुंभ में आई लॉरेन
जॉब्स की पत्नी लॉरेन ने इस बार महाकुंभ में भाग लेकर अपने पति की एक पुरानी इच्छा को पूरा किया, लेकिन वह इस भव्य आयोजन के पहले अमृत स्नान पर डुबकी नहीं लगा पाई।
इसका कारण रहा कि वह एलर्जी के कारण अस्वस्थ हो गई हैं और अपने शिविर में आराम कर रही हैं।
हालांकि, उनके गुरु स्वामी कैलाशानंद गिरि ने बताया कि वह 29 जनवरी तक होने वाले अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में हिस्सा लेंगी।