रेस्टोरेंट ने महिलाओं और पुरुषों के लिए रखा अलग-अलग मेन्यू, लगा लाखों का जुर्माना
आज पूरी दुनिया में जहाँ महिलाओं और पुरुषों को समान माना जाता है, वहीं अगर किसी रेस्टोरेंट में उनके साथ भेदभाव हो, तो ऐसे में जुर्माना लगना तो अनिवार्य है। हाल ही में एक ऐसा ही अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, एक रेस्टोरेंट के ऊपर महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग मेन्यू रखने के लिए 44 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
महिलाओं के लिए सुनहरे और पुरुषों को नीले रंग का मेन्यू कार्ड
दरअसल, पेरू में एक रेस्टोरेंट पर महिलाओं के लिए पुरुषों से अलग मेन्यू कार्ड रखने पर 62,000 डॉलर (लगभग 44 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया गया है। अधिकारियों ने समुद्र किनारे बने ला रोजा नॉटिका रेस्टोरेंट को महिलाओं और पुरुषों में भेदभाव करने का दोषी पाया है। जानकारी के अनुसार, इस रेस्टोरेंट में पुरुषों के साथ आने वाली महिलाओं को सुनहरे रंग का मेन्यू कार्ड दिया जाता है, जबकि पुरुषों को नीले रंग का सामान्य मेन्यू कार्ड दिया जाता है।
महिलाओं के मेन्यू कार्ड में बिना कीमत के डिश का नाम
इसके अलावा पुरुषों के मेन्यू कार्ड में जहाँ हर डिश के सामने उसकी कीमत लिखी होती है, वहीं महिलाओं के मेन्यू कार्ड में ऐसा नहीं होता है। महिलाओं के मेन्यू कार्ड में केवल डिश का नाम ही लिखा हुआ है, उसकी कीमत नहीं।
अधिकारियों ने माना रेस्टोरेंट की हरकत को लिंग आधारित भेदभाव
वहीं, इस मामले में रेस्टोरेंट का कहना है कि महिलाओं के लिए अलग कार्ड इसलिए हैं, ताकि महिलाएँ डिश पर ध्यान दें। हालाँकि, अधिकारियों ने रेस्टोरेंट की इस हरकत को लिंग आधारित भेदभाव माना है। रेस्टोरेंट मालिकों ने अपने बचाव में कई तर्क दिए, लेकिन कोई काम नहीं आया। उनका कहना है कि अक्सर महिलाएँ खाने का ऑर्डर देते समय डिश से ज़्यादा उसकी क़ीमत पर ध्यान देती हैं, जिसकी वजह से वो डिश का लुत्फ़ नहीं ले पाती हैं।
ऑर्डर करते समय महिलाओं का पूरा ध्यान डिश पर होगा- रेस्टोरेंट
रेस्टोरेंट ने आगे कहा कि ऐसे में बिना कीमत वाले मेन्यू कार्ड से महिलाओं का सारा ध्यान केवल ऑर्डर देने पर रहेगा और वो अपने पसंदीदा डिश का पूरा आनंद ले पाएँगी। ऐसा ग्राहकों की सुविधा के लिए किया गया है।
महिला-पुरुष में भेदभाव वाली सोच को बढ़ावा देती है यह हरकत
इस मामले में पेरू के नेशनल इंस्टीट्यूट फ़ॉर द डिफ़ेंस ऑफ कंपीटिशन एंड द प्रोटेक्शन ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी की लिलियाना सेरोन ने कहा कि महिलाओं और पुरुषों में भेदभाव गलत है। इसलिए रेस्टोरेंट में दोनों के लिए एक जैसा मेन्यू कार्ड होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, "रेस्टोरेंट मालिक की कोशिश भले ही अच्छी हो, लेकिन आख़िरकार यह एक ऐसी सोच को बढ़ावा देती है, जो महिला-पुरुष में भेदभाव को मानते हैं।"
सबके लिए होना चाहिए एक ही मेन्यू कार्ड
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह रेस्टोरेंट स्थानीय लोगों के साथ ही विदेशी पर्यटकों के बीच भी काफ़ी मशहूर है। ऐसे में उन्हें सबके लिए एक ही मेन्यू कार्ड रखना चाहिए। रेस्टोरेंट के मालिकों को अपने स्टाफ़ को यह स्पष्ट कर देना चाहिए कि किसी भी कीमत पर भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हालाँकि, 44 लाख रुपये का जुर्माना भरने के बाद शायद रेस्टोरेंट के मालिक समझ जाएँ और भविष्य में ऐसी गलती न करें।
लॉस एंजेल्स में भी रखे गए थे अलग-अलग मेन्यू कार्ड
इससे पहले 1980 में लॉस एंजेल्स में भी एक रेस्टोरेंट में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग मेन्यू कार्ड रखे गए थे। इसका वहाँ के लोगों के जमकर विरोध किया था, जिसके बाद उसे बंद कर दिया गया था।