पतंजलि की ऑनलाइन मीटिंग में युवक ने चलाई अश्लील वीडियो, देश-विदेश के लोग थे शामिल
क्या है खबर?
डिजिटल दौर में ऑनलाइन मीटिंग काफी चलन में हैं, लेकिन इस दौरान कई बार ऐसी चीजें हो जाती हैं जो बेहद अजीबोगरीब होती हैं।
पतंजलि हेल्थ रिसर्च सेंटर पर भी एक महत्वपूर्ण मीटिंग चल रही थी, जिसमें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए देश-विदेश से लोग जुड़े हुए थे और कई महिलाएं भी शामिल थीं।
इसी दौरान एक शख्स ने मीटिंग में ही पॉर्न वीडियो चला दी। इसके बाद पतंजलि की तरफ से शख्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है।
मामला
हरिद्वार में दर्ज कराई गई शिकायत
पतंजलि से जुड़े कमल भदौरिया और शिवम वालिया ने मामले में उत्तराखंड के हरिद्वार के बहादराबाद थाने में रविवार को शिकायत दर्ज कराई।
यह शिकायत महाराष्ट्र के पुणे के यरवडा स्थित एक कॉलेज कैंपस के पास रहने वाले आकाश नामक शख्स के खिलाफ दर्ज कराई गई है, जो मीटिंग में मौजूद था।
आकाश ने जूम मीटिंग में पॉर्न वीडियो अनजाने में चलाई या जानबूझकर, ये बात फिलहाल साफ नहीं है।
कार्रवाई
IT एक्ट के तहत युवक के खिलाफ मामला दर्ज हुआ
पुलिस अधीक्षक (SSP) अजय सिंह ने मामले पर मीडिया से बात करते हुए कहा, "पंतजलि योगपीठ से जुड़े कई लोग जूम मीटिंग कर रहे थे। देश-विदेश के लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए इससे जुड़कर विचार-विमर्श कर रहे थे। मीटिंग में महिलाएं भी मौजूद थीं। इसी दौरान युवक ने अश्लील वीडियो चला दिया।"
पुलिस का कहना है कि उन्होंने युवक के खिलाफ IT एक्ट के तहत शिकायत दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
पतंजलि
न्यूजबाइट्स प्लस
बाबा रामदेव द्वारा 2006 में स्थापित की गई पतंजलि कॉस्मेटिक से लेकर खाद्य पदार्थ तक बनाती है।
2016 में आई CLSA और HSBC की रिपोर्ट में बताया गया था कि पतंजलि भारत की सबसे तेजी से बढ़ने वाली FMCG कंपनी है और उस वक्त कंपनी का मूल्य 3,000 करोड़ रुपये आंका गया था।
इंडिया इंफोलाइन ने भी कहा था कि पतंजलि की सफलता का हिंदुस्तान यूनिलिवर, कोलगेट, डाबर, ITC और गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स समेत 13 कंपनियों पर असर पड़ेगा।
अन्य मामला
इंग्लैंड में भी सामने आ चुका है ऐसा मामला
इंग्लैंड के यॉर्कशायर में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था।
यहां ऑनलाइन सुनवाई के दौरान एक वकील की तरफ से पॉर्न वीडियो की तेज अश्लील आवाजें सुनाई देने लगीं थी।
इस बात से नाराज वरिष्ठ जज जेरेमी ने वकील को चेतावनी दी, लेकिन फिर भी आवाज बंद न होने पर उन्होंने सुनवाई स्थगित कर दी। उन्होंने सभी मामलों की ऑनलाइन सुनवाई पर प्रतिबंध लगा दिया था।
वकील ने कहा था कि उसका सिस्टम हैक कर लिया गया था।