
हीरे का मुकुट 10 करोड़ से अधिक कीमत पर हुआ नीलाम, जानिए क्या है इसकी खासियत
क्या है खबर?
मुकुट सिर पर पहना जाने वाला आभूषण है, जिसका आकार छोटा होता है। इसे आमतौर पर औपचारिक अवसरों पर राजसी लोगों द्वारा पहना जाता है।
हाल ही में हीरे और कार्टियर फिरोजा से बना यह नायाब मुकुट करोड़ों की कीमत पर नीलाम हुआ है।
यह मुकुट 'हाउस ऑफ कॉमन्स' में बैठने वाली पहली महिला का बताया जा रहा है, जो यूनाइटेड किंगडम (UK) की संसद का निचला सदन है।
आइए इसकी नीलामी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
नीलामी
कहां हुई थी इस मुकुट की नीलामी?
इस मुकुट की नीलामी लंदन के 'बोनहम्स' नामक नीलामीघर ने करवाई थी। यह मुकुट अमेरिकी मूल की नैंसी एस्टर का बताया जा रहा है।
1930 में उनके पति लॉर्ड वाल्डोर्फ एस्टर द्वारा खरीदे जाने के बाद यह मुकुट पहली बार बाजार में बिकने आया है।
नीलामीघर ने इसकी अनुमानित कीमत 2.90 करोड़ से लेकर 4.06 करोड़ के बीच तय की थी। हालांकि, इसे 10.32 करोड़ रुपये की भारी कीमत पर नीलाम किया गया था।
एस्टर
कौन थीं इस मुकुट की मालकिन लेडी एस्टर?
नीलामीघर ने कहा कि इसे लेडी एस्टर ने 1931 में लंदन के डोमिनियन थिएटर में फिल्म 'सिटी लाइट्स' के प्रीमियर के दौरान पहना था।
1919 में उन्हें संसद में प्लायमाउथ सटन का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था और 1945 में पद छोड़ने तक वे इस सीट पर बनी रहीं थीं।
इस मुकुट में गुलाब-कट व शानदार-कट वाले हीरे और हीरे के तने के साथ 3 घुमावदार फिरोजा लगे हुए हैं।
पद
एस्टर ने किए थे ये महत्वपूर्ण काम
सरकार में अपने कार्यकाल के दौरान एस्टर ने 1923 में शराब पीने की आयु 14 से बढ़ाकर 18 करने के लिए सफलतापूर्वक अभियान चलाया था।
साथ ही उन्होंने 1928 में महिलाओं के लिए मतदान की आयु 30 से घटाकर 21 करने के लिए प्रयास किए थे और महिलाओं के हित में कई अभियान चलाए थे।
एस्टर से पहले एक अन्य महिला को भी कॉमन्स के लिए चुना गया था, लेकिन उन्हें सीट नहीं दी गई थी।
मुकुट
क्या है इस मुकुट की खासियत?
बोनहम्स की आभूषणों की वैश्विक प्रमुख जीन घिका ने कहा, " यह असाधारण रूप से दुर्लभ मुकुट शानदार बनावट वाला है। यह उस समय का है जब कार्टियर लंदन अपनी रचनात्मक क्षमता के शिखर पर था।"
एस्टर ने इस मुकुट को बाद में अपनी बहन फिलिस लैंगहॉर्न ब्रांड को दे दिया था, जिन्होनें इसे बकिंघम पैलेस में शाही दरबार में प्रस्तुति के दौरान पहना था।
इस नीलामी का आयोजन 5 जून को करवाया गया था।