केरल: कोट्टायम की जमीन के नीचे से आ रही हैं रहस्यमयी आवाजें, लोगों में फैली दहशत
क्या है खबर?
केरल में कोट्टायम जिले के चेनापड़ी गांव में रहने वाले लोगों के बीच जमीन के नीचे से आ रही रहस्यमयी आवाजों ने चिंता पैदा कर दी है।
ग्रामीणों के अनुसार, आज सुबह भी 2 बार तेज आवाजें सुनी हैं और इस सप्ताह की शुरुआत में भी कई जगहों पर ऐसी ही आवाजें सुनाई दी थीं।
इसके बाद से भूविज्ञान विभाग की टीम जमीन के नीचे से आने वाली आवाजों का पता लगाने में जुटी है।
आइए पूरा मामला जानते हैं।
घटना
इस सप्ताह से लगातार आ रही हैं आवाजें
स्थानीय लोगों ने यह भी कहा कि आसपास के वातावरण में कोई परिवर्तन नहीं दिख रहा है और केवल वैज्ञानिक अध्ययन से ही भूमिगत आवाजों के आने का सटीक कारण पता लगाया जा सकता है।
इसके बाद केरल के खनन और भूविज्ञान विभाग के अधिकारियों ने कहा कि उनके विशेषज्ञों की टीम जल्द क्षेत्र का निरीक्षण करेगी।
विभाग के एक सूत्र ने कहा कि इस सप्ताह की शुरुआत में पहली बार आवाजें सुनी गई थीं।
जांच
जांच में जुटी भूविज्ञान विभाग की टीम
सूत्र ने यह भी कहा, "आज फिर इसी तरह की तेज आवाजें सुनाई देने की खबरों के आधार पर विशेषज्ञ जल्द ही जगह का मुआयना करेंगे। हालांकि, सेंटर फॉर अर्थ साइंसेज (CES) द्वारा किए गए एक विस्तृत वैज्ञानिक अध्ययन से ही इसका असल कारण पता चल सकता है।"
उन्होंने आगे कहा, "इस तरह की घटना का विश्लेषण करने में हमारी अपनी सीमाएं हैं। इसलिए हमने पहले CES से क्षेत्र का अध्ययन करने को कहा है।"
अन्य मामला
महाराष्ट्र के लातूर जिले में भी आई थीं ऐसी आवाजें
इससे पहले इसी साल फरवरी के महीने में महाराष्ट्र के लातूर शहर के पूर्वी हिस्से में लोगों को जमीन के अंदर से रहस्यमयी आवाजें सुनाई दी थी। उसके बाद से स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई थी।
हालांकि, जैसे ही यह खबर फैली तो भूविज्ञान विभाग की टीम जांच में जूट गई थी कि यह किसी विनाशकारी भूकंप की आहट तो नहीं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं मिला।
पिछले साल
पिछले साल भी महाराष्ट्र से सामने आई थी ऐसी घटना
महाराष्ट्र में पिछले साल सितंबर में भी लातूर जिले के हसोरी, किल्लारी और उसके आसपास के इलाकों में ऐसी आवाजें सुनी गई थीं।
एक अधिकारी ने बताया कि 4 फरवरी, 2022 को भी जिले की निलंगा तहसील के नितूर-दांगेवाड़ी इलाके में भी ऐसी आवाजें सुनी गई थीं।
हालांकि, वैज्ञानिक जमीन से आने वाली आवाज को लेकर कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कह पाए थे।