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मेक्सिको में हर साल होती है 'जॉम्बी परेड', कब्रिस्तान में मुर्दों संग मनाया जाता है जश्व
मेक्सिको में हर साल जॉम्बी परेड होती है (तस्वीर: फ्रीपिक)

मेक्सिको में हर साल होती है 'जॉम्बी परेड', कब्रिस्तान में मुर्दों संग मनाया जाता है जश्व

लेखन गौसिया
Oct 24, 2023
06:43 pm

क्या है खबर?

दुनिया में ऐसी कई जगहें हैं, जहां अजीबोगरीब त्योहार मनाए जाते हैं। उत्तर अमेरिकी देश मेक्सिको में भी हर साल 'डे ऑफ द डेड' नामक अजीबोगरीब त्योहार मनाया जाता है। इसमें लोग भूत और जॉम्बी (मृत व्यक्ति) जैसे कपड़े और मेकअप करके घरों से बाहर निकलते हैं। इस मौके पर वह अपने मृत परिजनों को याद करते हैं और कब्रिस्तान में जमा होकर खूब नाच-गाना करते हैं। आइये इस त्योहार के बारे में विस्तार से जानते हैं।

त्योहार

जॉम्बी वॉक में डरावने कपड़े पहनकर परेड करते हैं लोग

यह अनोखा त्योहार 2 नवंबर को मनाया जाता है और इससे एक हफ्ते पहले से ही जॉम्बी वॉक शुरू हो जाती है। इस साल भी जॉम्बी वॉक शुरू हो चुकी है। इस दौरान बड़ों से लेकर बच्चों तक कंकाल, जॉम्बी और भूत जैसे कपड़े पहनकर सड़कों पर परेड कर रहे हैं। इतनी ही नहीं, इस दौरान कुछ लोगों ने तो डरावनी फिल्म के किरदार वाले कपड़े पहने हैं तो कुछ ने अपने मुंह पर नकली खून से मेकअप किया है।

जानकारी

लोगों के लिए त्योहार पूर्वजों के साथ समय बिताने का अवसर

मेक्सिको के लोगों के लिए यह त्योहार बहुत ही महत्वपूर्ण है। उनका मानना है कि जन्म और मृत्यु की एक प्रक्रिया होती है। मृत्यु के समय आत्मा शरीर छोड़ देती है और अंडरवर्ल्ड या मिक्टलान में 7 स्तरों से होकर गुजरती है। ऐसे में वहां के लोग अपने मृतकों के सम्मान के रूप में उनकी कब्रगाहों में जाकर पार्टियां करते हैं। लोगों के लिए यह कार्यक्रम अपने परिवार के साथ समय बिताने का अच्छा अवसर है।

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शुरुआत

कैसे हुई त्योहार की शुरुआत?

ऐसा माना जाता है कि यह त्योहार एक पूर्व-हिस्पैनिक परंपरा से जुड़ा है, जिसकी शुरुआत हजारों साल पहले हुई थी। एज्टेक (जातीय समूह) के मुताबिक, मृत्यु कुछ देर के लिए ही होती है और फिर आत्माएं वापस आ सकती हैं और धरती की यात्रा कर सकती हैं। ऐसे में जॉम्बी वॉक पूर्वजों की मौत का जश्न मनाने के लिए की जाती है। इसमें लोग उदास रहने के बजाय नाच-गाना करते हैं और अपने पूर्वजों को याद करते हैं।

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जानकारी

मृत पूर्वजों का खुशी-खुशी स्वागत करते हैं लोग

इस त्योहार में लोग नाचते-गाते हैं और बढ़िया भोजन बनाते हैं। ऐसा करके वह मृत पूर्वजों को महसूस कराते हैं कि वह खुशी-खुशी उनका स्वागत कर रहे हैं। कहीं-कहीं पर इस त्योहार की शुरुआत 28 अक्टूबर से भी हो जाती है। ये सब जगह के हिसाब से अलग-अलग होता है। कुछ जगहों पर 'डे ऑफ द डेड' 6 नवंबर को मनाया जाता है और इस मौके पर अवकाश होता है।

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