कनाडा: दाढ़ी वाले पुरुष पॉवरलिफ्टर ने महिला प्रतियोगिता में लिया हिस्सा, जानें कैसे हुआ संभव
कनाडा के लेथब्रिज के अल्बर्टा में एवी सिल्वरबर्ग नामक पुरुष पॉवरलिफ्टर ने शनिवार को हीरोज क्लासिक महिला टूर्नामेंट में एक महिला के रूप में भाग लेकर नया रिकॉर्ड बनाया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिल्वरबर्ग का इस प्रतियोगिता में भाग लेने का मकसद कैनिडियन पॉवरलिफ्टिंग यूनियन (CPU) की नीति का विरोध करना था। सिल्वरबर्ग के दाढ़ी भी है। आइए इस पूरे मामले और टूर्नामेंट की नीति के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है मामला?
कनाडा की पॉवरलिफ्टिंग टीम के पूर्व मुख्य कोच सिल्वरबर्ग ने एक महिला के रूप में 84+ किलोग्राम महिला वर्ग की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और बेंच प्रेस के लिए नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने ट्रांसजेंडर एथलीट एनी एंड्रेस द्वारा बनाए गए अलबर्टा के मौजूदा महिला रिकॉर्ड को लगभग 100 पाउंड से हराकर 370 पाउंड का नया रिकॉर्ड बनाया। इस दौरान सिल्वरबर्ग ने CPU नीति की आलोचना की क्योंकि वह उसे भेदभावपूर्ण मानते हैं।
क्या है CPU की नीति?
CPU की नीति में एथलीटों के लिंग की बजाय वह खुद को क्या मानते हैं, इसके तहत प्रतियोगिता में प्रवेश मिलता है। इसका मतलब अगर कोई पुरुष खुद को महिला बताता है तो वह भी महिला प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले सकता है। इसके लिए हार्मोनल थेरेपी या सर्जरी की आवश्यकता नहीं है। सिल्वरबर्ग ने इन्हीं नियमों का विरोध करने के लिए खुद को महिला बताकर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और दाढ़ी होने के बावजूद उन्हें रोका नहीं गया।
पूर्व रिकॉर्डधारक ने सिल्वरबर्ग का किया विरोध
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिल्वरबर्ग ने ट्रांस एथलीट एंड्रेस का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाया, जिसके कारण एंड्रेस ने सिल्वरबर्ग को कायर और कट्टर कहा। एंड्रेस ने कहा, "मैंने सर्जरी करवाई है, इसलिए मैं यह साबित कर सकता हूं कि मैं हर कदम से गुजरा हूं। इसका मतलब है कि शासन जो निर्णय लेगा, मैं उस परीक्षा को पास करूंगा। मैं सच में खेल में महिलाओं की परवाह करता हूं क्योंकि मैं खेल में एक महिला हूं।"
मामले पर बॉडीबिल्डिंग इंफ्लुएंसर ने दिया यह सुझाव
इस मामले पर बॉडीबिल्डिंग इंफ्लुएंसर ग्रेग डकेट ने सिल्वरबर्ग का समर्थन करते हुए कहा कि इससे यह साफ है कि नई ट्रांसजेंडर इंक्लूसिव पॉलिसी कितनी हास्यास्पद है। उन्होंने समस्या का हल बताते हुए कहा, "यह मुकाबला खेलों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां महिला प्रतियोगी घायल भी हो सकती है। इस कारण ट्रांस लोगों के लिए नई श्रेणी होनी चाहिए। हम एक अलग श्रेणी, एक नई श्रेणी और एक ट्रांस श्रेणी ला सकते हैं।"